हेलीकॉप्टर हादसा: अब कैसी है एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत?
क्या है खबर?
तमिलनाडु के कुन्नूर में पिछले बुधवार को घटित हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एकमात्र जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह अभी भी बेंगलुरु के अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।
उनकी हालत में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहे हैं। उनके पिता सेवानिवृत्त कर्नल केपी सिंह ने शनिवार को यह जानकारी दी है।
बता दें कि इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (63) और उनकी पत्नी सहित 13 लोगों की मौत हुई थी।
बयान
"मेरा बेटा योद्धा है, जीतकर लौटेगा"
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, वरुण सिंह के पिता ने कहा, "वरुण को बेहतर इलाज के लिए बंगलुरु लाया गया है। उसकी हालत के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन मेरा बेटा एक योद्धा है और इस लड़ाई में भी जीत हासिल करके ही घर लौटेगा।"
उन्होंने कहा, "वह प्रत्येक घंटे विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में हैं। उसके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव आ रहे हैं, लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। हम सबसे अच्छे हाथों में हैं।"
दुआ
वरुण के लिए पूरा देश कर रहा है दुआ- सिंह
सिंह ने कहा, "सबसे अच्छी चिकित्सा सुविधा, सबसे अच्छे विशेषज्ञ उसका इलाज कर रहे हैं। पूरे देश उसके लिए प्रार्थना कर रहा है। मैं भावनात्मक रूप से काफी मजबूत हूं, क्योंकि कई लोग जो सेना कार्यरत हैं या सेवानिवृत्त हो गए हैं वो भी मुझसे मिलने के लिए आ रहे हैं।"
इधर, वायुसेना अधिकारियों ने कहा, "ग्रुप कैप्टन वरुण के स्वास्थ्य स्थिति गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है। चिकित्सक उनका बेहतर से बेहतर उपचार कर रहे हैं।"
सम्मान
शौर्य चक्र से सम्मानित हो चुके हैं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
बता दें कि हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को उनकी बहादुरी के लिए इस साल स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
उन्होंने 2020 में एक आपात स्थिति के दौरान अपने कौशल और साहत का परिचय देते हुए अपने LCA तेजस लड़ाकू विमान को क्रैश होने से बचाया था।
इसके बाद उनका नाम शौर्य चक्र के लिए चयनित किया गया था। इस समय पूरा देश उनकी सलामती की दुआ कर रहा है।
पृष्ठभूमि
कैसे हुआ था हादसा?
बता दें कि CDS जनरल रावत बुधवार सुबह करीब 9 बजे वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिएदिल्ली से अपनी पत्नी और स्टाफ के साथ विशेष विमान से तमिलनाडु के सुलुर रवाना हुए थे।
सुबह 11:35 बजे सुलुर एयरबेस पर पहुंचने के 10 मिनट बाद ही सभी लोग वायुसेना के हेलिकॉप्टर से 94 किलोमीटर दूर वेलिंगटन के लिए रवाना हुए थे। करीब 12:20 बजे कट्टेरी इलाके के पास यह हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
चमत्कार
हादसे में एकमात्र जिंदा बचे शख्स हैं वरुण सिंह
इस हादसे में हेलीकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से CDS जनरल रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह चमत्कारिक रूप से बच गए थे।
उसके बाद उन्हें डायरेक्टिंग स्टाफ वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर गुरुवार को उन्हें बेंगलुरु में वायु सेना के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। वर्तमान में उन्हें लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है।
दौरा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने किया अस्पताल का दौरा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को वायु सेना के कमांड अस्पताल में का दौरा कर चिकित्सकों से वरुण सिंह की हालत की जानकारी ली।
इसके बाद उन्होंने कहा था, "विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उनका सबसे अच्छा इलाज हो रहा है। उनके शरीर का अधिकांश हिस्सा जल चुका है। जख्मों को सही करने का प्रयास किया जा रहा है। मैं भगवान से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"