30 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए लाभदायक हैं ये 5 एक्सरसाइज
क्या है खबर?
30 साल की उम्र पार करना अक्सर एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जाता है क्योंकि इसके बाद धीरे-धीरे शरीर का मेटाबॉलिज्म, हार्मोन्स का स्तर और समग्र फिटनेस बदलना शुरू हो जाती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, 30 वर्ष की आयु में प्रवेश करने का मतलब टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट है। इसके अलावा मांसपेशियो और हड्डियों में कमजोरी आती है।
आइए आज हम आपको कुछ एक्सरसाइज बताते हैं, जो 30 से अधिक उम्र के लोगों के लिए लाभदायक हैं।
#1
कार्डियो एक्सरसाइज
कार्डियो एक्सरसाइज हृदय को स्वस्थ रखने में काफी प्रभावी मानी जाती है। इसका कारण है कि ये ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में मदद कर सकती है।
इसके अतिरिक्त ये एक्सरसाइज मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देकर कैलोरी को तेजी से जलाने में भी सहायक हैं, जिससे वजन को नियंत्रित करना आसान है।
लाभ के लिए ब्रिस्क वॉक, स्विमिंग, साइकिलिंग या फिर रस्सी कूदना जैसी एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
#2
बैलेंस एक्सरसाइज
बढ़ती उम्र के साथ कई लोग अपना शारीरिक संतुलन खोने लगते हैं और धुंधली दृष्टि या स्मृति विकार का अनुभव करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ठोकर लगने या गिरते रहने की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसे में रोजाना कुछ मिनट बैलेंस एक्सरसाइज को करना लाभदायक हो सकता है।
इसके लिए आर्म फॉर्मर कैरी, लेग रेज, ग्लूट्स स्ट्रेचिंग, स्पाइन ट्विस्ट और स्क्वाट जैसी एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
#3
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
अमूमन लोग शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने के लिए वेट वाली एक्सरसाइज को शामिल कर लेते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने पर अधिक वजन उठाना हर किसी के लिए आसान नहीं होता है।
इस स्थिति में वे लोग लंज, पुश-अप्स और प्लैंक जैसी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज कर सकते हैं।
यहां जानिए बिना वजन के की जाने वाली स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज का तरीका।
#4
योग
योग सिर्फ शारीरिक लाभों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह कई तरह की मानसिक समस्याओं से राहत दिलाकर दिमाग को शांत और स्वस्थ रखने में भी कारगर है।
विशेषकर अगर आप तनाव को दूर करने और याददाश्त बढ़ाने के लिए योगाभ्यास के तौर पर सांस संबंधी प्राणायाम जैसे अनुलोम-विलोम, भ्रामरी या कपालभाति आदि का रोजाना अभ्यास करते हैं क्योंकि प्राणायाम एक जगह पर ध्यान केंद्रित कर दिमाग को शांत रखने में सहायक होते हैं
#5
एरोबिक्स एक्सरसाइज
एरोबिक्स को कार्डियोवैस्कुलर वर्कआउट के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार है और सभी मांसपेशियों तक बेहतर तरीके ऑक्सीजन की पूर्ति करने में भी मदद कर सकती है।
इसके अतिरिक्त एरोबिक अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है। यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करती है।
इस वजह से बढ़ती उम्र के लोगों के लिए रोजाना कुछ मिनट एरोबिक्स एक्सरसाइज करना भी लाभदायक है।