क्या लीची के बीज खाने के योग्य होते हैं? जानिए महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
लीची एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो प्रोटीन, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कार्बस, विटामिन-C, विटामिन-B6 और नियासिन से भरपूर होता है।
इसलिए समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए पोषण विशेष रोजाना सीमित मात्रा में लीची खाने की सलाह देते हैं।
हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि लीची के काले रंग के बीजों का कोई इस्तेमाल और लाभ होता है या नहीं?
आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
लीची के बीज
क्या लीची के बीज का सेवन सुरक्षित है?
लीची के बीज के अर्क में हाइपोग्लाइकेमिक प्रभाव होता है और यह ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर करने में मदद कर सकता है।
इसमें सैपोनिन नामक एक यौगिक भी होता है, जो संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा देने में सहयोग प्रदान कर सकता है।
हालांकि, लीची के बीज खाने से पहले उन्हें सही ढंग से संसाधित करना जरूरी है क्योंकि लीची के कच्चे बीज जहर की तरह काम करके ब्लड शुगर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं।
तरीका
लीची के बीजों को संसाधित कैसे किया जा सकता है?
विशेषज्ञों की मानें तो लीची के बीजों को सही ढंग से संसाधित करके इसमें मौजूद जहरीले तत्वों को बेअसर किया जा सकता है।
लाभ के लिए लीची के बीजों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर कुछ समय धूप में सुखाएं, फिर उन्हें भूनकर उसे मिक्सी में पीसकर बारीक पाउडर बना लें।
इसके बाद लीची के बीजों का यह पाउडर विभिन्न इस्तेमाल के लिए सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है।
फायदे
लीची के बीज से मिलने वाले फायदे
लीची के बीज का अर्क पाचन समस्याओं का इलाज करके पेट को शांत और स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
लीची के बीजों का अर्क एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव के लिए भी जाना जाता है, जो अर्थराइटिस जैसी स्थितियों के जोखिम कम करने में सहायक हो सकता है।
इसके अतिरिक्त बीजों का अर्क मुंहासों जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं से निपटने में भी मदद कर सकता है, जिस कारण इसे त्वचा के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है।
तरीका
लीची को स्टोर करने का तरीका
लीची के बीज तभी सही से लाभ प्रदान कर सकते हैं, जब फल को ढंग से स्टोर किया जाए।
गर्मियों में लीची की मांग काफी बढ़ जाती है और लोग एक साथ अधिक लीची खरीदकर फ्रिज में रख देते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है।
लाभ के लिए इन्हें पानी से भरें किसी बर्तन में रखें। इससे लीची चार-पांच दिनों तक सही रहेंगी और बीज के पोषक तत्वों पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा।