जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में वन्यजीव सफारी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
उत्तराखंड में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क वन्यजीव सफारी के लिए लोकप्रिय है, जो लगभग 520 वर्ग किलोमीटर तक फैला है।
इस पार्क में 488 पौधों की प्रजातियां, 580 पक्षियों की प्रजातियां, 25 रेंगनेवाले जीवों की प्रजातियां और 50 स्तनधारी जीवों की प्रजातियां हैं। इसके अतिरिक्त, यह बड़ी संख्या में बाघों के आवास के लिए प्रसिद्ध है।
अगर आप इस वन्यजीव पार्क के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आज का लेख आपके लिए ही है।
इतिहास
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का इतिहास
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है, जिसे 1936 में स्थापित किया गया था और इसे शुरू में हैली नेशनल पार्क नाम दिया गया था और यहीं पर प्रोजेक्ट टाइगर को 1973 में लॉन्च किया गया था।
इस पार्क का नाम ब्रिटिश शिकारी और प्रकृतिवादी जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया है।
बता दें कि यहां वन्यजीव सफारी के पांच जोन हैं, जहां आप जीप, हाथी या कैंटर में सफारी करके जा सकते हैं।
सफारी जोन
बिजरानी, झिरना और ढिकाला वन्यजीव सफारी क्षेत्रों से जुड़ी जानकारी
बिजरानी जोन: खुले घास के मैदानों से घिरे इस क्षेत्र में रॉयल बंगाल टाइगर्स के दिखने की अधिक संभावना रहती है।
झिरना जोन: कैंटर सफारी के लिए लोकप्रिय यह क्षेत्र पूरे साल पर्यटकों के लिए खुला रहता है और यह सबसे सुरक्षित और सबसे आरामदायक जोन में से एक है।
ढिकाला जोन: नवंबर के मध्य से जुलाई के मध्य तक खुले रहना वाला यह जोन हाथियों, हिरणों और रॉयल बंगाल टाइगर्स को देखने के लिए आदर्श माना जाता है।
जानकारी
अन्य दो वन्यजीव सफारी जोन
ढेला जोन एक इको-टूरिज्म जोन है, जिसे 2014 में राष्ट्रीय उद्यान में जोड़ा गया था। यह रिजर्व के बफर जोन में पर्यटकों के लिए उपलब्ध एकमात्र क्षेत्र है, जो वनस्पतियों और जीवों के लिए प्रसिद्ध है। दुर्गा देवी जोन तरह-तरह के पक्षियों वाला क्षेत्र है।
बुकिंग
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में वन्यजीव सफारी कैसे बुक करें?
अगर आप अपन छुट्टियों के दौरान जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क घूमने जाने वाले हैं तो उससे पहले वन्यजीव सफारी की बुकिंग करवाएं।
इसके लिए पहले पांचों जोन में से किसी एक जोन को अपनी पसंद अनुसार चुनें, फिर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की आधिकारिक वेबसाइट से उस जोन की ऑनलाइन बुकिंग करवाएं।
सुबह की सफारी का समय सुबह 6:30 से 9:30 बजे तक और दोपहर की सफारी का समय दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक है।
समय
सफारी के लिए इस राष्ट्रीय उद्यान में घूमने का सबसे अच्छा समय
सर्दियों के मौसम यानी अक्टूबर से लेकर फरवरी तक का समय वन्यजीव सफारी का अनुभव लेने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
इसका मुख्य कारण यह है कि इस दौरान मौसम सुहावना होता है और विशेष रूप से सुबह के समय रॉयल बंगाल टाइगर्स को देखने की अधिक संभावना होती है।
इसके अतिरिक्त, इस समय सभी सफारी जोन पर्यटकों के लिए खुले रहते हैं, जिसके चलते आपके पास सफारी के विकल्प अधिक होगें।
राह
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग: पंतनगर हवाई अड्डा जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के सबसे नजदीक पड़ता है, जहां से आप टैक्सी लेकर राष्ट्रीय उद्यान पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग: यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन रामनगर है, जहां पहुंचकर आप जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क जाने के लिए टैक्सी ले सकते हैं।
सड़क मार्ग: दिल्ली से जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क लगभग 245 किमी की दूरी पर है, इसलिए आप चाहें तो अपने निजी वाहन से यहां पहुंच सकते हैं या टैक्सी/बस बुक कर सकते हैं।