अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस: बाघों से जुड़े रोचक तथ्य, जिनके बारे में शायद ही जानते होंगे आप
बाघ एक तेज-तर्रार, ताकतवर और मांसाहारी जंगली पशु है जिसकी घटती संख्या को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं और इसके संरक्षण को बल देने के लिए हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। हालांकि इन संरक्षण प्रयासों के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं। इन सभी बातों से हटकर आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बाघों से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जिनके बारे में शायद ही आप जानते होंगे।
अपने शरीर के कारण आसानी से शिकार ढूंढ लेता है बाघ
बाघों की पीछे वाली टांगें आगे वाली टांगों से लम्बी होती हैं जिनकी वजह से बाघों को तेज दौड़ने, कूदने और शिकार करने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त मनुष्य के फिंगरप्रिंट की तरह बाघों के शरीर पर पाए जाने वाली काली धारियां हर बाघ पर अलग-अलग होती हैं। दिलचस्प बात तो यह है कि बाघ के शरीर पर बनी धारियां उसको झाड़ियों में छिपाने में काफी मदद करती है जिसके कारण वह आसानी से अपने शिकार पा लेता है।
बिल्लियों की प्रजाति का ही जानवर है बाघ
सुनने में भले ही आपको अजीब लगे लेकिन बाघ बिल्ली की प्रजाति का सबसे बड़ा जानवर है। हैरानी के बात तो यह है कि घरों में पाई जाने वाली बिल्लियों और बाघों का DNA 95.6% तक एक सामान होता है क्योंकि बाघ और घरेलू बिल्लियां एक ही परिवार के सदस्य होते हैं जो लगभग कई साल पहले ही एक दूसरे से अलग हो गए हैं। इसके अतिरिक्त बिल्लियों के मुकाबले बाघ अच्छे तैराक होते हैं।
बाघ का परिवार
बाघ ज्यादातर अकेले रहना पसंद करता है और केवल प्रजननकाल के दौरान ही बाघ और बाघिन साथ आते हैं। इसके बाद बाघिनी को साढ़े तीन माह तक गर्भ रहता है। इसके बाद बाघिनी ही अपने बच्चों को देखभाल करती है और उनको शिकार करना सिखती है, लेकिन ढाई साल के बाद बच्चे अपनी मां से अलग होकर स्वतंत्र रहने लगते हैं। बता दें कि बाघ के बच्चे जब पैदा होते हैं तो वो कुछ भी देख नहीं सकते।
इन विशेषताओं से भी पूर्ण होते हैं बाघ
बाघ स्वभाव से शांत और अन्य जानवरों के प्रति शेरों की तुलना में विनम्र होता है इसलिए वो अक्सर अपना शिकार भी दूसरे बाघों और अन्य जानवरों के लिए छोड़ देते हैं। इसके अतिरिक्त बाघ अन्य जानवरों की तरह अपनी जीभ से खींचकर पानी नहीं पीते हैं बल्कि जीभ को कप की तरह इस्तेमाल करके वो अपने गले तक पानी को उड़ेलते हैं। वहीं बाघ 30 फीट तक लंबी और 12 फीट ऊंची छलांग लगा सकते हैं।