उत्तराखंड: मंगलवार तक भारी बारिश का अनुमान, बद्रीनाथ यात्रा रोकी गई
मौसम विभाग ने तीन दिनों तक उत्तराखंड में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, जिसके बाद बद्रीनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। विभाग ने 17, 18 और 19 अक्टूबर के लिए सभी 13 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के अनुमान को देखते हुए राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है। कई जगह अगले दो दिनों तक सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।
श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगह पर रोका गया
इंडिया टुडे से बात करते हुए चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि रेड अलर्ट के बीच बद्रीनाथ आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी गई है। मौसम साफ होने तक उन्हें जोशीमठ और पंडुकेश्वर में सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है। उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को चमोली जिले में पड़ने वाले सभी सरकारी और निजी स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में सरकारी अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य सरकार ने अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसके अलावा बिजली गिरने, तूफान और कुछ स्थानों पर 80 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। हालात देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और सभी जिलाधिकारियों को अगले दो दिनों तक अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी इंतजाम पूरे हैं और आदेश जारी कर दिए गए हैं।
SDRF की 29 टीमें तैनात
SDRF कमांडेंट नवनीत सिंह ने अपनी टीमों को आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहने और उपकरणों को तैयार रखने को कहा है। बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी आपदाओं से निपटने के लिए पूरे राज्य में 29 टीमें तैनात की गई हैं। सरकार ने रेड अलर्ट को देखते हुए गोपेश्वर के नंदा देवी बायोस्फेयर रिजर्व के जंगल के इलाके में ट्रेकिंग, कैंम्पिंग और पर्वतारोहण के लिए लोगों के आने पर रोक लगा दी है
पर्यटकों को यात्रा से बचने की सलाह
राज्य सरकार ने लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने को कहा है। बयान में कहा गया है कि उत्तराखंड आ चुके पर्यटक सुरक्षित स्थानों पर रुके और जो आने की योजना बना रहे हैं उन्हें दो दिन यात्रा करने से बचना चाहिए।
बारिश ने केरल में मचाही तबाही
दूसरी तरफ केरल में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। यहां बारिश के कारण भूस्खलन और दूसरी दुर्घटनाओं में 18 लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं। मकान बह जाने के कारण बड़ी संख्या में लोग बेघर हुए हैं। राहत और बचाव अभियान चलाने के लिए NDRF के अलावा थलसेना, नौसेना और वायुसेना के जवान केरल पहुंच चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी केरल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।