उत्तराखंड: भारी बारिश और बाढ़ के कारण 16 की मौत, प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री से बात
क्या है खबर?
भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है और लोग जहां-तहां फंस गए हैं। चार धाम यात्रा को रोक दिया गया है और चमोली-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। अभी तक 16 लोगों के मारे जाने की खबर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड निवासी केंद्रीय मंत्री अजय भट से बात कर पूरी स्थिति का जानकारी ली है।
पुष्टि
अभी तक हुई 16 लोगों की मौतों की पुष्टि- धामी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, "भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और राज्य में मकानों तथा पुलों सहित इन्फ्रास्ट्रक्चर का भारी नुकसान पहुंचा है।"
उन्होंने कहा, "बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। लगातार बारिश से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। राज्य में राहत और बचाव कार्यों के लिए तीन हेलीकॉप्टरों की भी तैनाती की गई है। प्रशासनिक अधिकारी हालातों पर नजरें बनाए हुए हैं।"
जानकारी
कुमाऊं क्षेत्र में हुई सबसे अधिक मौतें
एक अधिकारी ने बताया कि अकेले कुमाऊं में 11 लोगों की मौत की खबर है। इसी तरह पौड़ी में तीन, चंपावत दो और पिथौरागढ़ में एक व्यक्ति की मौत हुई है। नैनीताल में 13, अल्मोड़ा में चार, उधमसिंहनगर और अल्मोड़ा में 1-1 लोग लापता हैं।
भारी बारिश
नैनीताल में 24 घंटे से मूसलाधार बारिश, मॉल रोड तक पहुंचा पानी
उत्तराखंड के कई इलाकों में पिछली रात से मूसलाधार बारिश हो रही है जिसके कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। राज्य के मशहूर पर्यटक स्थल नैनीताल में तो पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है और नैनी झील का पानी इतना बढ़ गया है कि पानी मॉल रोड तक आ गया है।
नैनीताल का हल्द्वानी और भवाली से संपर्क भी कट गया है और बिजली भी गुल रही।
स्थिति
बारिश के कारण कई राजमार्ग बंद, नदियां उफान पर
भारी बारिश के कारण नैनीताल, रानीखेत, अल्मोड़ा से हल्द्वानी और काठगोदाम तक के राष्ट्रीय राजमार्ग बंद हो गए हैं, वहीं ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला और मुनि-की-रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है।
बद्रीनाथ में भी भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं और चमोली-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है।
नदियां भी उफान पर हैं और मंदाकिनी नदी का बहाव बहुत तेज हो गया है।
यात्री
बारिश के कारण कई जगह पर फंसे यात्री
भारी बारिश के कारण कई जगहों पर यात्री भी फंस गए हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और पुलिस ने जानकी चट्टी से कई यात्रियों को देर रात गौरीकुंड पहुंचाया। ये यात्री केदारनाथ मंदिर के दर्शन के बाद फंस गयए थे और बारिश के कारण भूस्खलन और मलब गिरने का खतरा बना हुआ था।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे कई यात्रियों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया।
प्रशासन ने यात्रियों से घर से बाहर न निकलने को कहा है।
बड़ी घटनाएं
लैंड्सडाउन में नेपाल के मजदूरों की मौत, रामगढ़ में बादल फटा
राज्य के पौड़ी जिले में नेपाल से आए कुछ मजदूरों की मौत भी हुई है। ये मजूदर लैंड्सडाउन में एक टेंट में रुके हुए थे, तभी ऊपर से मलबा आ गया और वे जिंदा ही दफन हो गए। दो घायलों को अस्पलाल में भर्ती कराया गया है।
नैनीताल के रामगढ़ में भी बादल फटने की खबर है। ये घटना रामगढ़ के तोकना गांव में हुई और मलबे में नौ लोगों के दबे होने की खबर है।
जानकारी
मौसम विभाग ने की है 19 अक्टूबर तक उत्तराखंड में भारी बारिश की भविष्यवाणी
बता दें कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। इसके अलावा ओलावृष्टि भी हो सकती है और 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
अन्य राज्य
केरल में भी भारी बारिश से बाढ़, 35 की मौत
बता दें कि भारी बारिश के कारण दक्षिण भारतीय राज्य केरल में भी बाढ आई हुई है। भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और दूसरी दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 35 पहुंच गई है और कई लोग अभी भी लापता बने हुए हैं।
इसके अलावा पिछले दो दिन से दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भी बारिश हो रही है जिसके कारण कई शहरों में जलभराव हो गया है।