कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की चेतावनी देते हैं आंखों और चेहरे पर दिखने वाले ये संकेत
शरीर के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखना जरूरी है। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा हुआ स्तर या हाइपरलिपिडिमिया एक हानिकारक बीमारी है, जिसके दौरान शरीर में वसा बढ़ जाती है। कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ है, जो पूरे शरीर में उत्पन्न होता है। अस्वस्थ डाइट और कम गतिविधि करना खराब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का कारण बन सकते हैं। आपकी आखों और चेहरे पर दिखते ये संकेत शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की चेतावनी देते हैं।
पलकों पर पीले धब्बे
पलकों पर होने वाले पीले रंग के धब्बे जैथेलास्मा के रूप में जाने जाते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल के जम जाने पर होते हैं और खून में बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर का संकेत देते हैं। ये धब्बे हल्के होने पर भी हृदय रोग के संकेत देते हैं। अगर आपको जैथेलास्मा है तो आपको निश्चित रूप से डॉक्टर को दिखाना चाहिए। वे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और दिल के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए आपको सलाह दे सकते हैं।
कॉर्निया के किनारे के आसपास परिवर्तन
कॉर्निया आखों का वह ट्रांस्पेरेंट हिस्सा है, जो आखों की पुतलियों को ढ़कता है। इसके जरिए ही रोशनी हमारी आखों में प्रवेश करती है। कॉर्निया के किनारे के चारों ओर आर्कस सेनिलिस नामक एक छल्ला विकसित होता है, जो सफेद या भूरे रंग का हो सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल के जमने के कारण होता है और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल का संकेत देता है। यह परेशानी खास तौर से 45 साल से कम उम्र के लोगों में देखी जाती है।
कॉर्निया के चारों ओर एक छल्ला बनना
कॉर्नियल आर्कस आमतौर पर 40 साल से कम उम्र के व्यक्तियों में देखा जाता है। यह कॉर्निया के चारों ओर एक सफेद या भूरे रंग की रिंग होती है, जो आर्कस सेनिलिस के समान होती है। यह कोलेस्ट्रॉल के बढ़े हुए स्तर का संकेत देती है, जिसके उपचार के लिए आपको फौरन डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इस समस्या का सही समय पर उपचार न करवाने पर यह पूरी आंख में भी फैल सकता है।
त्वचा की असमान रंगत
हाइपरलिपिडेमिया एक विकार है, जिसके दौरान खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। इसके परिणामस्वरूप जैथेलास्मा हो सकता है, जिसमें त्वचा का रंग पीला पड़ जाता है। यह आमतौर पर चेहरे और आंखों के आसपास के क्षेत्र में सबसे ज्यादा दिखाई देता है। त्वचा की परतों के भीतर उच्च कोलेस्ट्रॉल जमा होना इसका कारण है। इस समस्या के दौरान त्वचा की रंगत आसमान भी हो सकती है। इसके कारण दिल का दौरा भी पड़ सकता है।
पीले रंग के मुंहासे
जब त्वचा की कोशिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है तो जेन्थोमास के नाम से जानी जाने वाली सौम्य वृद्धि उत्पन्न होती है। यह समस्या होने पर चेहरे पर छोटे या बड़े आकार के पीले रंग के दाने निकल सकते हैं। ये पीले दाने या मुंहासे गालों, पलकों या आखों के आस-पास निकलते हैं। आमतौर पर इनमें दर्द नहीं होता, लेकिन यह किसी बड़ी बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।