Page Loader
हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं ये 5 जड़ी-बूटियां

हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं ये 5 जड़ी-बूटियां

लेखन अंजली
Sep 24, 2024
01:07 pm

क्या है खबर?

ग्लूकोज या ब्लड शुगर शरीर के सभी कार्यों के लिए जरूरी है। समस्या तब उत्पन्न होती है, जब ब्लड शुगर का स्तर 200 से ऊपर चला जाता है। अगर आप इस बीमारी से बचे रहना चाहते हैं तो आइए आज हम आपको 5 ऐसी जड़ी-बूटियों के बारे में बताते हैं, जो बढ़े हुए ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, इनके सेवन से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

#1

शारदुनिका

आयुर्वेद में शारदुनिका को मधुनाशिनी के नाम से जाना जाता है। इसका कारण है कि यह एंटी-डायबिटिक गुण से भरपूर जड़ी-बूटी है। ये गुण हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। इस जड़ी-बूटी में मौजूद जिन्मेमिक एसिड भी शुगर विरोधी यौगिक है, इसलिए मधुमेह रोगी डॉक्टर की सलाह के बाद इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। लाभ के लिए शारदुनिका की 1-2 पत्तियों को अच्छे से चबाएं।

#2

कुटजा

कुटजा को 'सकरा' के नाम से भी जाना जाता है और सदियों से इसके बीज, छाल, जड़, फूल और पत्तियों का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर रखने के लिए किया जा रहा है, जिसमें हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करना भी शामिल है। इसमें मौजूद हाइपोग्लाइकेमिक गुण हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ा सकती है। लाभ के लिए कुटजा की छाल के पाउडर को पानी में मिलाकर पिएं।

#3

कालमेघ

कालमेघ करेले से भी ज्यादा कड़वी जड़ी-बूटी है, इसलिए इसे 'किंग ऑफ बिटर' भी कहा जाता है। यह हाई ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो खून में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। लाभ के लिए कालमेघ की एक-दो पत्तियों को पीसकर उसके पेस्ट को पानी में मिलाकर पी जाएं। यहां जानिए कालमेघ के अन्य फायदे

#4

मेथी

मधुमेह से ग्रस्त लोगों के लिए मेथी का सेवन करना भी लाभदायक है। इससे इंसुलिन में सुधार होता है और ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। लाभ के लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के दाने रातभर भिगोकर छोड़ दें, फिर अगली सुबह पानी से मेथी के दाने निकालकर उन्हें खाली पेट अच्छे से चबाकर खाएं। यह तरीका न सिर्फ ब्लड शुगर के स्तर को ठीक रखेगा, बल्कि वजन प्रबंधन में भी मदद कर सकता है।

#5

जामुन

जामुन के पत्तों में एंटी-हाइपरग्लिसेमिक प्रभाव मौजूद होता है। यह प्रभाव खून में शुगर की मात्रा को कम करने के लिए जाना जाता है, जिससे मधुमेह के जोखिमों को कम करने में सहायता मिल सकती है। लाभ के लिए जामुन के पत्तों का जूस बनाकर पिएं। आप चाहें तो जामुन की गुठलियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। लाभ के लिए जामुन की गुठलियों को सुखा भूनकर उन्हें मिक्सी में पीसें, फिर पानी में इसे मिलाकर पिएं।