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कौन हैं भारत में नए अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर, ट्रंप ने उन्हें ही क्यों दी जिम्मेदारी?
सर्जियो गोर भारत में नए अमेरिकी राजदूत होंगे

कौन हैं भारत में नए अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर, ट्रंप ने उन्हें ही क्यों दी जिम्मेदारी?

लेखन आबिद खान
Aug 23, 2025
11:32 am

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी और व्हाइट हाउस राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक सर्जियो गोर को भारत में नया अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया है। गोर को दक्षिण-मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत की जिम्मेदारी भी मिली है। गोर कुछ समय पहले ट्रंप और एलन मस्क के बीच हुए विवाद के दौरान चर्चा में आए थे। वहीं, उनकी नियुक्ति ऐसे वक्त हुई है, जब भारत-अमेरिका में टैरिफ को लेकर टकराव है। आइए सर्जियो गोर के बारे में जानते हैं।

परिचय

उज्बेकिस्तान में हुआ था गोर का जन्म

रिपोर्ट्स के अनुसार, गोर का जन्म 1986 में उज्बेकिस्तान (तत्कालीन सोवियत संघ ) में हुआ था। उनका परिवार कुछ सालों तक माल्टा में रहा फिर 1999 में अमेरिका आ गया। उनके पिता यूरी गोरोकोवस्की विमानन इंजीनियर थे और मां इजरायली मूल की बताई जाती हैं। अमेरिका आने के बाद उन्होंने लॉस एंजेलिस के उपनगरीय इलाके से स्कूली शिक्षा फिर वॉशिंगटन डीसी के जॉर्ज वॉशिंगटन विश्वविद्यालय से पढ़ाई की। वे भारत में सबसे कम उम्र के अमेरिकी राजदूत होंगे।

राजनीति

ट्रंप के साथ कैसे जुड़े गोर?

पढ़ाई के दौरान ही गोर रिपब्लिकन पार्टी की गतिविधियों में हिस्सा लेने लगे। उन्होंने कॉलेज में यंग अमेरिका फाउंडेशन शुरू किया। बाद में कैंटकी से सीनेटर रैंड पॉल के साथ काम करने लगा। इस दौरान वे कई वरिष्ठ रिपब्लिकन नेताओं के संपर्क में आए, जिनमें ट्रंप के बेटे का नाम भी शामिल हैं। 2020 में सीधे ट्रंप से जुड़ गए। उन्होंने ट्रंप के समर्थन करने और चुनावी फंड जुटाने वाली समिति में अहम भूमिका निभाई।

विवाद

विवादों से रहा है गोर का नाता

इस साल की शुरुआत में मस्क और ट्रंप के टकराव में गोर की भूमिका मानी जाती है। कहा जाता है कि वे कर्मचारियों पर मस्क के प्रभाव से नाराज थे। मस्क ने गोर को सोशल मीडिया पर सांप तक कह दिया था। एक रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि गोर ने व्हाइट हाउस में काम करने के लिए दस्तावेजों की सुरक्षा जांच नहीं कराई थी। 2017 और 2018 में उनकी रूस यात्रा पर भी विवाद हुआ था।

वजह

भारत में राजदूत के लिए गोर को ही क्यों चुना गया?

पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, गोर की नियुक्ति का उद्देश्य टैरिफ को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव कम करना या भारत के साथ संबंधों को सुधारना नहीं है, बल्कि भारत को यह संदेश देना है कि बातचीत गंभीर होनी चाहिए। पॉलिटिको से एक सूत्र ने कहा, "ट्रंप नरेंद्र मोदी सरकार को ऐसा दूत भेजकर मजबूत संकेत दे रहे हैं, जो निजी तौर पर उनका करीबी है। गोर एक स्पष्ट संकेत हैं कि बातचीत को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।"

बयान

गोर के बारे में ट्रंप ने क्या कहा?

ट्रंप ने कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं सर्जियो गोर को भारत में अमेरिका का अगला राजदूत और दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के लिए विशेष दूत नियुक्त कर रहा हूं। गोर और उनकी टीम ने रिकॉर्ड समय में संघीय सरकार में लगभग 4,000 'अमेरिका फर्स्ट' समर्थकों की नियुक्ति की है।' ट्रंप ने गोर को 'अच्छा दोस्त' बताते हुए कहा कि वे सालों से उनके साथ रहे हैं।