बहुत खूबसूरत हैं भारत के ये 5 गांव, एक बार जरूर करें इनका रुख
बेशक शहरों में कई आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं, लेकिन यहां वो सुकून नहीं, जो गांव में मिल सकता है। इसका कारण है कि ये प्राकृतिक रूप से बहुत खूबसूरत और शांत वातावरण से युक्त होते हैं। भारत में भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गांव हैं और अगर आपको प्राकृतिक परिवेश में रहना पसंद हैं तो आइए आज हम 5 प्रमुख गांवों के बारे में बताते हैं, जहां आपकी छुट्टियां आनंदमय तरीके से बितेगी।
पूवर (केरल)
केरल के तिरुवनंतपुरम में कोवलम नामक जगह से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित एक आकर्षक गांव है। इस गांव से होकर बहती नेय्यर नदी इसकी सुंदरता में चार चांद लगा देती है। नदी किनारे बसे इस गांव में जाने पर आपको एक अलग ही अनुभव प्राप्त होगा। गांव का प्राकृतिक आकर्षण और संस्कृति अभी तक बरकरार है, जिसके कारण यह तेजी से एक लोकप्रिय गंतव्य बनता जा रहा है।
ससातग्रे (मेघालय)
मेघालय के नोक्रेक पीक में स्थित ससातग्रे गांव वह जगह है, जहां जाकर आप गारो परंपराओं और संस्कृति के बारे में जान सकते हैं। यहां के ज्यादातर घर गारो पैटर्न में बने हैं, जो देखने में काफी अच्छे लगते हैं। इस गांव में सबसे ज्यादा संतरे की खेती होती है। यही कारण है कि यह गांव आपको कई संतरों के पेड़ों से घिरा हुआ नजर आता है। यह गांव नोक्रेक बायोस्फीयर रिजर्व के नजदीक है।
पिपलांत्री (राजस्थान)
राजस्थान के पिपलांत्री गांव ने तब लोकप्रियता हासिल की, जब उसने बेटी पैदा होने पर पेड़ लगाने के लिए एक अनूठा आंदोलन शुरू किया। जब भी कोई महिला बच्चे को जन्म देती है तो गांव वाले पेड़ लगाने की परंपरा को निभाते हैं। इसका उद्देश्य लिंग आधारित भेदभाव को खत्म करना और राज्य के हरित आवरण को भी जोड़ना है। इस गांव में जाकर आपको प्रकृति के प्रति प्रेम का अलग ही अहसास होगा।
उलेतोकपो (लद्दाख)
लद्दाख के लेह जिला से लगभग 60 किलोमीटर दूर सिंधु नदी के तट पर स्थित उलेतोकपो एक खूबसूरत गांव है, जो समुद्र तल से लगभग 10,000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। यह ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए एक लोकप्रिय स्थान है, इसलिए एडवेंचर गतिविधियों के शौकीन लोगों को एक बार यहां जरूर आना चाहिए। यकीनन यहां आकर आप रोजाना की भीड़भाड़ से दूर अपनी छुट्टियों का शांतिपूर्ण तरीके से लुत्फ उठा सकते हैं।
खोनोमा (नागालैंड)
नागालैंड के खोनोमा गांव को एशिया का सबसे पहला हरा-भरा गांव घोषित किया गया है। इस गांव में 100 से ज्यादा अलग-अलग प्रजाति के लोग रहते हैं। अगर आप गौर से इस गांव को देखेंगे तो पाएंगे कि खोनोमा में बना हर घर एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। यह पूरी जगह घूमने के लिए बेहतरीन है।