महाराष्ट्र में सोमवार से खुल सकेंगे पूजा स्थल, मास्क पहनना होगा अनिवार्य
कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में राज्य सरकार ने सोमवार से सभी पूजा स्थलों को खोलने की इजाजत दे दी है। इससे संबंधित सुरक्षा गाइडलाइंस का भी जल्द ऐलान किया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ये ऐलान करते हुए कहा कि पूजा स्थलों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा और जो लोग मास्क नहीं पहनेंगे उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिना मास्क का एक कोरोना पॉजिटिव शख्स 400 को संक्रमित कर सकता है।
ठाकरे बोले- बुजुर्गों की वजह से नहीं खोले जा रहे थे पूजा स्थल
ठाकरे ने कहा कि वह मंदिर जाने वाले बुजुर्गों को खतरे को देखते हुए मंदिरों को खोलने में कोताही बरत रहे थे और इसके लिए लोगों ने उनकी आलोचना की। उन्होंने सभी पूजा स्थलों में भीड़ से बचने की सलाह भी दी।
मंदिर खोलने को लेकर आमने-सामने आए थे राज्यपाल और उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में मार्च से ही पूजा स्थल बंद हैं और इन्हें खोलने को लेकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और उद्धव ठाकरे आमने-सामने भी आ चुके हैं। राज्यपाल ने ठाकरे को पत्र लिखते हुए मंदिरों को न खोलने के उनके फैसले पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि क्या वे भी "धर्मनिरपेक्ष" हो गए हैं। उनके इस पत्र का जबाव देते हुए ठाकरे ने कहा था कि उनके हिंदुत्व को किसी से सर्टिफिकेट की जरूत नहीं है।
राज्य में पहले ही खुल चुके हैं सिनेमाघर, 23 नवंबर से स्कूल भी खुलेंगे
बता दें कि महाराष्ट्र में हाल ही में स्कूलों और सिनेमाघरों को खोलने की इजाजत भी दी गई है। स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा और पहले चरण में 23 नवंबर से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के स्कूल खुलेंगे। वहीं सिनेमाघरों को 5 नवंबर से ही खोल दिया गया है और वे 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रहे हैं। योग केंद्र, इनडोर स्पोर्ट्स और स्विमिंग पूल आदि को खोलने की इजाजत भी दे दी गई है।
महाराष्ट्र में क्या है कोरोना वायरस महामारी की स्थिति?
महाराष्ट्र देश का कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य है और यहां अब तक 17.40 लाख लोगों कोे इस वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं लगभग 46,000 लोगों की मौत हुई है। हालांकि पिछले एक महीने में राज्य की स्थिति में सुधार हुआ है और जहां पहले रोजाना 20,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे, वहीं अब पिछले पांच दिन से 5,000 से कम संक्रमित मिल रहे हैं।
जनवरी में संक्रमण की दूसरी लहर आने की आशंका
महाराष्ट्र सरकार ने जनवरी-फरवरी में राज्य में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर आने की आशंका जताई है और स्वास्थ्य विभाग से इससे निपटने के लिए तैयार रहने का कहा है। स्वास्थ्य सेवा निदेशायल की तरफ से भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि कई यूरोपीय देश महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं और इसे देखते हुए लग रहा है कि जनवरी-फरवरी तक राज्य में भी ऐसी स्थितियां बन सकती हैं।