अशोक लवासा की जगह नए चुनाव आयुक्त बनने वाले राजीव कुमार कौन हैं?
केंद्र सरकार ने रिटायर्ड IAS अधिकारी और पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। शुक्रवार को विधि और न्याय मंत्रालय ने तीसरे चुनाव आयुक्त के तौर पर कुमार के नाम को मंजूरी दे दी। कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा के साथ पैनल में शामिल होंगे। राजीव कुमार 1 सितंबर से अशोक लवासा के इस्तीफे के बाद खाली हुई जगह लेंगे। लवासा का कार्यकाल 31 अगस्त तक है।
पद संभालने की तारीख से प्रभावी होगी नियुक्ति
मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि संविधान के अनुच्छेद 324 के क्लॉज (2) के तहत राष्ट्रपति ने श्री राजीव कुमार (IAS रिटायर्ड) को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। यह नियुक्ति उनके पद संभालने की तारीख से प्रभावी होगी।
कौन हैं राजीव कुमार?
राजीव कुमार 1984 बैच के झारखंड कैडर के IAS अधिकारी हैं। वो इस साल फरवरी में वित्त सचिव के पद से रिटायर हुए थे। इसके बाद सरकार ने उन्हें पब्लिक इंटरप्राइजेज सेलेक्शन बोर्ड (PSEB) में शामिल कर लिया था। यह बोर्ड विभिन्न सरकारी उपक्रमों में शीर्ष पदों तैनाती के लिए सरकारी अधिकारियों के नामों को मंजूरी देता है। राजीव कुमार के पास विभिन्न क्षेत्रों में काम का 30 साल से ज्यादा का अनुभव है।
प्रधानमंत्री मोदी के भरोसेमंद अधिकारियों में आता है कुमार का नाम
राजीव कुमार लगभग 2.5 साल तक वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा सचिव रहे थे। उन्होंने सरकार की तरफ से बैंकों के संचालन में सुधार के लिए चलाए गए कार्यक्रमों की देखरेख की थी। उन्होंने सरकारी बैंकों की बैलेंस शीट सुधारने पर जोर देते हुए उन्हें बैड लोन रिकवर करने को कहा था ताकि वो मुनाफे की स्थिति में आ सके। कुमार को प्रधानमंत्री मोदी के भरोसेमंद अधिकारियों में शामिल किया जाता है।
राजीव कुमार की देखरेख में हुआ था बैंकों का विलय
कुमार ने ही 2018 में बैंक ऑफ बडौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय की प्रक्रिया शुरू की थी। इसके बाद अगले साल कुमार की देखरेख में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय चार बैंकों में किया गया था। इसके अलावा उन्हें भारतीय जीवन बीमा निमग (LIC) के रूप में IDBI बैंक का खरीदार ढूंढने का श्रेय भी दिया जाता है। उनके साथ काम करने वाले अधिकारी उन्हें मेहनती व्यक्ति के रूप में जानते हैं।
इस साल के बजट बनाने में थी अहम भूमिका
फरवरी, 2020 में रिटायर होने से कुछ महीने पहले सरकार ने राजीव कुमार को वित्त सचिव बनाया था। वित्त सचिव को वित्त मंत्रालय का सबसे वरिष्ठ नौकरशाह माना जाता है। इस साल के बजट तैयार करने में भी उनकी अहम भूमिका था।
लवासा संभालेंगे एशियाई विकास बैंक में पद
राजीव कुमार जिन अशोक लवासा की जगह ले रहे हैं, वो एशियाई विकास बैंक में उपाध्यक्ष का पद संभालेंगे। हरियाणा कैडर के रिटायर्ड IAS अधिकारी अगर इस्तीफा नहीं देते तो मुख्य चुनाव आयुक्त के पद तक जाते। 2019 लोकसभा चुनावों के समय उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को भड़काऊ भाषण मामले में क्लीन चिट दिए जाने का विरोध किया था। इसके बाद से उनका परिवार आयकर विभाग के निशाने पर आ गया था।