दिल्ली में कोरोना की आपात स्थिति पर अमित शाह और केजरीवाल की उच्च स्तरीय बैठक खत्म
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस (COVID-19) के कारण पैदा हुआ हालातों पर चर्चा करने के लिए रविवार सुबह उच्च स्तरीय बैठक हुई। गृह मंत्री अमित शाह की बुलाई इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप राज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन शामिल हुए। इसके अलावा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी इस महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया।
लगभग 80 मिनट तक चली बैठक
सूत्रों के मुताबिक, लगभग 80 मिनट तक चली इस बैठक में दिल्ली सरकार ने केंद्र के सामने कई मांग रखी है। इनमें सभी अस्पतालों में COVID-19 मरीजों का इलाज होना, निजी अस्पतालों में इलाज के लिए अधिकतम खर्च की सीमा तय करने, निजी लैब्स में किफायती दामों पर कोरोना वायरस का टेस्ट करने की इजाजत देना आदि मांगे प्रमुख है। दिल्ली सरकार का कहना है कि प्रकोप को देखते हुए क्षमता में तेजी से सुधार करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ली थी दिल्ली के हालातों की जानकारी
यह बैठक प्रधानमंत्री मोदी की उस बैठक के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने दिल्ली के हालातों पर चर्चा की थी। इसमें शाह और हर्षवर्धन शामिल थे। अब मंगलवार और बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी सभी केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक करेंगे। इसमें कोरोना वायरस के कारण पैदा हो रहे हालातों और अनलॉक 1 के बाद की स्थितियों पर चर्चा की जाएगी। इनमें प्रधानमंत्री राज्यों से सुझाव और जानकारी लेंगे।
नगर निगम प्रमुखों के साथ होगी शाह की बैठक
सुबह हुई बैठक के अलावा अमित शाह ने शाम को दिल्ली के तीन नगर निगमों के मेयर की बैठक भी बुलाई है। इसमें भी वो दिल्ली के मौजूदा हालातों की जानकारी लेंगे।
दिल्ली में तेजी से फैल रहा संक्रमण
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, यहां अब तक 38,958 लोगों को कोरोना संक्रमित पाया जा चुका है। इनमें से 22,742 सक्रिय मामले हैं, 14,945 लोग ठीक हो चुके हैं और 1,271 लोगों की मौत हुई है। बीते दो दिनों से यहां रोजाना 2,000 से ज्यादा नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है। इसके चलते दिल्ली देश के सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में तीसरे स्थान पर है।
अस्पतालों में बेड की कमी बड़ी चिंता
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच मरीजों को अस्पतालों में बेड न मिलने की खबरें लगातार आ रही हैं। अस्पतालों के वापस लौटाने और बेड न मिलने के कारण कई मरीजों की मौत भी हुई है। वहीं कोरोना मरीजों की मौत के बाद अस्पतालों में शव रखने के तरीके को लेकर सुप्रीम कोर्ट दिल्ली सरकार को फटकार लगा जा चुका है। दरअसल, कुछ ऐसी खबरें आई थीं कि मरीजों के बीच लाशें रखी जा रही हैं।
दिल्ली के अस्पतालों की स्थिति अफसोसजनक- सुप्रीम कोर्ट
देश की शीर्ष अदालत ने इस मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि राजधानी और इसके अस्पतालों की स्थिति बहुत अफसोसजनक है। अस्पतालों में शवों की उचित देखभाल नहीं की जा रही। यहां तक कि कई मामलों में मृतकों के परिवारों को भी मौत के बारे में सूचना नहीं दी गई। कोर्ट ने दिल्ली के साथ-साथ महाराष्ट्र, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
देश में संक्रमण का क्या हाल?
देश में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ते हुए 3.21 लाख के पास पहुंच गई है। बीते 24 घंटों में देश में 11,929 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। ये लगातार दूसरा ऐसा दिन है जब देश में 11,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। वहीं इस दौरान हुई 311 मरीजों की मौत के साथ मृतकों की संख्या 9,195 हो गई है।