
कौन हैं कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका, जिन्होंने दी 'ऑपरेशन सिंदूर' की पूरी जानकारी?
क्या है खबर?
भारत ने पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले का जवाब बुधवार तड़के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी शिविरों पर मिसाइल हमले कर दिया।
भारतीय सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी दी। इसमें भारतीय सेना लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दुनिया के सामने पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी।
आइए इन दोनों महिला अधिकारियों के बारे में जानते हैं।
परिचय
कौन हैं लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया?
लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया का जन्म 1981 में गुजरात के वडोदरा में हुआ। उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
उनके दादा भी सेना में थे और उनके पिता ने भी कुछ वर्षों तक सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवाएं दी थीं।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, सोफिया की शादी मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री (यंत्रीकृत पैदल सेना) के एक अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है और दोनों का एक बेटा समीर कुरैशी भी है।
कमीशन
सोफिया का 1999 में हुआ था सेना में कमीशन
सोफिया का साल 1999 में भारतीय सेना में चयन हुआ था। उन्होंने चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद उन्होंने सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।
वर्ष 2006 में सोफिया ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा दी।
वह साल 2016 में एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास (एक्सरसाइज फोर्स 18) में भारतीय दल की अगुवाई करने के बाद चर्चा में आई थीं।
पुरस्कार
सोफिया को मिल चुके हैं ये पुरस्कार?
सोफिया को पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C) का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है।
उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सिग्नल ऑफिसर इन चीफ (SO-in-C) का प्रशंसा पत्र भी दिया गया था।
उस दौरान उन्हें अपने कंपनी कमांडर की सराहना भी मिली थी। वह भारतीय सेना की जांबाज महिला अधिकारियों में शामिल हैं।
परिचय
कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका?
विंग कमांडर व्योमिका वायुसेना की एक वरिष्ठ अधिकारी हैं, जो हेलिकॉप्टर पायलट के रूप में सेवा दे रही हैं।
उन्होंने 18 दिसंबर, 2004 को 21 SSC (W) FP कोर्स के तहत कमीशन प्राप्त किया था। उनका करियर हेलिकॉप्टर संचालन में केंद्रित रहा है और उन्होंने विभिन्न प्रकार के इलाकों में 2,500 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं।
उन्हें चीता, चेतक जैसे लड़ाकू हेलिकॉप्टर उड़ाने में महारथ हासिल है। उन्होंने 18 दिसंबर, 2017 को विंग कमांडर का पद मिला था।
उपलब्धि
व्योमिका ने किया कई बड़े राहत और बचाव मिशन का नेतृत्व
व्योमिका ने कई बड़े राहत और बचाव मिशनों का नेतृत्व किया है। नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में आई आपदा में उन्होंने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था।
साल 2021 में उन्होंने 21,650 फीट ऊंची 'माउंट मणिरंग' चोटी फतह की थी। वो एक तीनों सेनाओं की ऑल-वुमन माउंटेन एक्सपीडिशन का हिस्सा थीं।
उनके काम और मेहनत के लिए उन्हें चीफ ऑफ एयर स्टाफ और एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ जैसे अधिकारियों से सम्मान भी मिल चुके हैं।
चाहत
व्योमिका का बचपन से रहा था वायुसेना में जाने का सपना
व्योमिका ने एक इंटरव्यू में पायलट बनने के सपने का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, "मैं छठी क्लास में थी जब स्कूल में नामों के मतलब पर चर्चा हुई थी। मैंने बताया कि मेरे नाम का मतलब 'व्योम' यानी आसमान है। तभी किसी ने कहा कि तू आसमान की मालिक है। मेरी क्लास टीचर ने भी कहा था कि मैं एक दिन आसमान पर राज करूंगी, पायलट बनूंगी। उस दिन से मैने ठान लिया कि मुझे पायलट बनना है।"
ऑपरेशन
कैसे चलाया गया 'ऑपरेशन सिंदूर'?
कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' रात 01:05 से 01:25 बजे तक चला था। यह पहलगाम में मारे गए पर्यटकों के लिए किया गया था।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में पिछले 3 दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है और इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 लक्ष्य पहचाने गए थे, जिन्हें अब तबाह कर दिया गया है।
इस ऑपरेशन में लॉन्चपैड और प्रशिक्षण केंद्रों को निशाना बनाया गया था।