
भारत से तनाव के बीच पाकिस्तान ने किया अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण, जानिए खासियत
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत के साथ बढ़े तनाव के बीच पाकिस्तान ने शनिवार को 450 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। पाकिस्तान का दावा किया कि अब्दाली वेपन सिस्टम के नाम से जानी जाने वाली इस मिसाइल को पाकिस्तानी सैन्य अभ्यास 'INDUS' के तहत लॉन्च किया गया। इसका परीक्षण सोनमियानी रेंज में किया गया है। आइए इसकी खासियत जानते हैं।
उद्देश्य
क्या है इस परीक्षण का उद्देश्य?
पाकिस्तान की सरकार ने कहा, "इस प्रक्षेपण का उद्देश्य सैनिकों की परिचालन तत्परता सुनिश्चित करना और मिसाइल की उन्नत नेविगेशन प्रणाली और उन्नत गतिशीलता विशेषताओं सहित प्रमुख तकनीकी मापदंडों को मान्य करना था।" पाकिस्तान ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य सैन्य प्रमुखों ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सैन्य बलों की परिचालन तत्परता और तकनीकी दक्षता पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया है। इस मिसाइल को हत्फ-2 के नाम भी जाना जाता है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें मिसाइल परीक्षण का वीडियो
#Pakistan today conducted a successful training launch of the Abdali Weapon System—a surface-to-surface missile with a range of 450 kilometers—as part of the military exercise Ex INDUS. pic.twitter.com/Kqt3gZeLa2
— Global Defense Insight (@Defense_Talks) May 3, 2025
खासियत
क्या है अब्दाली बैलिस्टिक मिसाइल की खासियत?
पाकिस्तान के अंतरिक्ष अनुसंधान आयोग (SUPARCO) और रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संगठन (DESTO) ने मिलकर अब्दाली मिसाइल को विकसित किया है। दावा है कि ये एक सिंगल स्टेज, सलिड ईंधन वाली मोबाइल बैलिस्टिक मिसाइल है। इसकी रेंज 450 किलोमीटर है। पाकिस्तान का दावा है कि ये मिसाइल 500 किलोमीटर तक पेलोड लेकर उड़ान भर सकती है और ये एडवांस पारंपरिक गोला-बारूद (ICM) ले जाने में सक्षम है। इसकी सटीकता करीब 100 से 150 मीटर का सर्कुलर एरर प्रोबेबिलिटी (CEP) है।
हमला
पहलगाम हमले में हुई थी 26 पर्यटकों की मौत
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति बन चुकी है। इस हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। हमले में शामिल एक आतंकवादी की पहचान हाशिम मूसा के रूप में हुई है। वह कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना का पूर्व कमांडो है। आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने पहले हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर उसने भूमिका से इनकार कर दिया था।