#NewsBytesExplainer: असम में IPS अधिकारी समेत 6 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी से संबंधित मामला क्या है?
क्या है खबर?
असम में एक व्यापारी के साथ जबरन वसूली करने के आरोप में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के एक अधिकारी और 5 पुलिसकर्मियों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
व्यापारी रबीउल इस्लाम ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उन्हें फर्जी मुठभेड़ में मारने और जिहादी तत्वों के साथ जोड़ने की धमकी देते हुए 2.5 करोड़ रुपये की बड़ी रकम की मांग की थी।
आइए इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
गिरफ्तारी
किन पुलिसकर्मियों को किया गया गिरफ्तार?
असम पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) ने सोमवार को 2014 बैच के IPS अधिकारी और बाजाली जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक (SP) सिद्धार्थ बुरागोहन को गिरफ्तार किया।
पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) पुष्कल गोगोई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गायत्री सोनोवाल और उनके पति सुभाष चंदर, उप-निरीक्षक देबजीत गिरी और कांस्टेबल इंजमामुल हसन को भी गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार किए गए 3 अन्य लोगों में पुलिस ड्राइवर नबीर अहमद और दीपजॉय कलिता और किशोर बरुआ शामिल हैं।
शिकायत
किन आरोपों के तहत दर्ज हुआ केस?
CID ने व्यापारी की शिकायत के आधार पर 31 अगस्त को भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत एक FIR दर्ज की थी।
इनमें हत्या का प्रयास करना, जबरन वसूली के लिए मौत का डर पैदा करना, आपराधिक धमकी देना और आपराधिक साजिश से संबंधित धाराएं शामिल थीं।
FIR में बुरागोहेन, सोनोवाल, गोगोई, गिरि और 2 अन्य पुलिसकर्मियों, पटाचारकुची पुलिस स्टेशन के प्रभारी अर्नब ज्योति पाटीर और भबनीपुर चौकी के ASI सासंका दास, को नामित किया गया है।
शिकायत
पूरे मामले की शुरुआत कैसे हुई?
व्यापारी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उसे डराने और धमकाने का सिलसिला 16 जुलाई को शुरू हुआ था जब कुछ पुलिसकर्मी रात करीब 1.30 बजे उसके घर में घुस आए थे।
इसके बाद पुलिसकर्मी उन्हें घर से बाहर खींचकर ड्रग्स और नकदी के बारे में पूछने लगे, जिसके बारे में वह कुछ नहीं जानते थे।
आरोप है कि पुलिसकमियों ने व्यापारी के साथ मारपीट की और वारंट के बिना घर के अंदर तलाशी भी ली।
आरोप
व्यापारी ने क्या आरोप लगाए?
व्यापारी ने आरोप लगाया कि भबनीपुर पुलिस स्टेशन के प्रभारी उन्हें जबरन हिरासत में लेते हुए जीप से एक डिटर्जेंट फैक्ट्री में ले गए थे।
इसके बाद जीप में सादे कपड़ों में मौजूद 2 लोगों ने गोली मारने की धमकी देते हुए 2.5 करोड़ रुपये की मांग की।
व्यापारी के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने कहा था कि वे ऐसा दिखाएंगे कि वह एक मुठभेड़ में मारा गया क्योंकि उसके पाकिस्तान और बांग्लादेश के जिहादी तत्वों के साथ संबंध थे।
आरोप
क्या व्यापारी ने पुलिस को रकम दी?
व्यपारी ने कहा कि जब उन्होंने पैसों की मांग मान ली तो उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया।
व्यापारी ने दावा किया कि उन्होंने पुलिसकर्मियों को 10 लाख रुपये नकद दिए थे और उनकी मां ने अपने बैंक खाते से 10-10 लाख रुपये के 21 चेक जारी किए थे।
इसके बाद ASP गायत्री सोनोवाल ने उनसे 2.5 करोड़ रुपये और मांगे।
व्यापारी ने कहा कि उन्हें जाने दिया गया था, लेकिन रकम नहीं चुकाने पर मुठभेड़ का डर मंडराता रहा।
बयान
असम के पुलिस प्रमुख ने मामले में क्या कहा?
असम के पुलिस महानिदेशक (DGP) जीपी सिंह ने कहा कि मुख्यालय को अगस्त के पहले सप्ताह में बाजाली जिले के पुलिसकर्मियों द्वारा रंगदारी मांगने की शिकायत मिली थी।
उन्होंने कहा कि शिकायत प्रथमदृष्टया सही पाए जाने के कारण मामले में तुरंत FIR दर्ज कर ली गई और सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय को पुलिसकर्मियों के लिए जाल बिछाने का निर्देश दिया गया था।
DGP ने कहा कि असम पुलिस भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।