
असम पुलिस ने हिंदुओं को क्रिसमस मनाने से रोकने वाले 6 किशोरों को हिरासत में लिया
क्या है खबर?
असम पुलिस ने सिलचर शहर के एक चर्च में क्रिसमस की रात के जश्न में हंगामा कर हिंदुओ को क्रिसमस मनाने से रोकने वाले छह किशोरों को हिरासत में ले लिया है।
पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने बताया, "वीडियो के आधार पर पुलिस ने पहले दो लोगों को गिरफ्तार किया था। मंगलवार रात चार और नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।"
उन्होंने आगे बताया कि सभी आरोपी किशोर हैं और उनकी उम्र 17 से 18 साल के बीच है।
शिकायत
वीडियो फुटेज से हुई आरोपियों की पहचान- पुलिस अधीक्षक
कछार जिले के पुलिस अधीक्षक ने आगे बताया, "मामले को लेकर किसी ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन पुलिस ने वीडियो फुटेज से पहचान कर छह किशोरों को हिरासत में लिया है।"
उन्होंने आगे बताया कि सभी किशोरों ने अपनी गलती मान ली है कि वे चर्च गए थे और वहां से हिंदुओं को जाने के लिए कहा था।
वहीं बजरंग दल की कछार इकाई ने इस घटना में भूमिका होने से मना किया है।
आरोप
भगवा स्कार्फ पहने लड़कों ने हिंदुओं को क्रिसमस मनाने से रोका- स्थानीय लोग
सिलचर शहर के स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि भगवा स्कार्फ पहने लड़कों के एक समूह ने बजरंग दल के कथित सदस्यों के साथ मिलकर क्रिसमस संध्या पर हिंदुओं को क्रिसमस के जश्न में शामिल होने से रोक दिया।
इंडिया टुडे की खबर के अनुसार लड़कों के समूह ने प्रेस्बिटेरियन चर्च में क्रिसमस के जश्न में शामिल होने वाले हिंदुओं के साथ कथित तौर पर मारपीट भी की।
घटना से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हो रहा है।
वीडियो
वायरल वीडियो में हिंदुओं को क्रिसमस मनाने से मना कर रहा है युवक
वायरल वीडियो में युवक कहता दिख रहा है, "हमें ईसाईयों से कोई समस्या नहीं है और उन्हें क्रिसमस मनाने का पूरा अधिकार है। लेकिन हमें उन हिंदुओं के साथ समस्या है, जो तुलसी दिवस मनाने के बजाय 'मेरी क्रिसमस' गाने के लिए अपने धर्म के खिलाफ गए। 25 दिसंबर को तुलसी दिवस भी मनाया जाता है, लेकिन यह कोई नहीं जानता। तुलसी दिवस मनाने के बजाय, वे मेरी क्रिसमस गा रहे थे और मोमबत्तियां जला रहे थे।"
घटना
असम में क्रिसमस के जश्न में हंगामे वाली घटना एकलौती नहीं
क्रिसमस के जश्न में कुछ लोगों द्वारा हंगामा करने की यह एकलौती घटना नहीं है।
इसके अलावा गुरुग्राम के एक स्कूल में चल रहे क्रिसमस के कार्यक्रम को भी कुछ लोगों ने 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाते हुए रोक दिया था।
वहीं क्रिसमस की रात हरियाणा के अंबाला के रिडीमर चर्च के गेट पर लगी ईसामसीह की 173 साल पुरानी मूर्ति को दो अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया था।