दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन
क्या है खबर?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अपने दो दिवसीय दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। आज सुबह उनका विमान अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरा, जहां गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने उनका स्वागत किया।
आज गुजरात में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद जॉनसन दिल्ली जाएंगे, जहां वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच अन्य मुद्दों के साथ-साथ व्यापार और सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा होगी।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
कार्यक्रम
साबरमती आश्रम जाएंगे जॉनसन
अहमदाबाद हवाई अड्डे से होटल तक रोडशो कर जॉनसन ने अपने दौरे की शुरुआत की है। इसके बाद वो साबरमती आश्रम जाएंगे।
आश्रम की तरफ से उन्हें महात्मा गांधी की शिष्या ब्रिटिश एडमिरल की बेटी मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन की आत्मकथा भेंट स्वरूप दी जाएगी। यह महात्मा गांधी द्वारा लिखी गई पहली दो पुस्तकों में से ये एक है जो कभी प्रकाशित नहीं हुईं।
इसके बाद वो गुजरात बायोटेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी और अक्षरधाम मंदिर की यात्रा करेंगे।
जानकारी
राज्य के प्रमुख कारोबारियों से भी मिलेंगे ब्रिटिश प्रधानमंत्री
ब्रिटिश प्रधानमंत्री आज अहमदाबाद में राज्य के प्रमुख कारोबारियों के साथ अहम बैठक करेंगे। इसके अलावा वो वडोदरा के पास हलोल में स्थित JCB कंपनी के एक प्लांट की भी यात्रा कर सकते हैं।
बैठक
मोदी के साथ इन मुद्दों पर होगी चर्चा
शुक्रवार को जॉनसन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करेंगे। दोनों नेताओं के बीच सामरिक सुरक्षा, कूटनीतिक और आर्थिक साझेदारी, रिश्तों को नई ऊंचाई देने और इंडो-पैसिफिक इलाके में सुरक्षा सहयोग जैसे तमाम मुद्दों पर विस्तृत बातचीत होगी।
गौरतलब है कि चीन के उभार और उसकी बढ़ती आक्रामकता के कारण इंडो-पैसिफिक इलाका इस समय दुनिया का सबसे अहम भू-राजनैतिक इलाका बना हुआ है। इस इलाके की सामरिक से लेकर संसाधनों तक कई नजरियों से बहुत अहमियत है।
जानकारी
रूस पर है दोनों देशों के अलग विचार
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध लगातार जारी है।
इस युद्ध को लेकर ब्रिटेन ने रूस की कड़ी आलोचना की है और उस पर कई प्रतिबंध भी लगाए हैं। वहीं वह यूक्रेन को लगातार हथियारों समेत दूसरी तरह की सहायता प्रदान कर रहा है। जॉनसन कीव जाकर यूक्रेनी राष्ट्रपति से भी मिले थे।
वहीं भारत ने युद्ध को लेकर रूस की आलोचना नहीं की है।
जानकारी
रूस पर निर्भरता कम करने की अपील करेगा ब्रिटेन
ब्रिटेन की तरफ से कहा गया है कि यूक्रेन युद्ध पर निष्पक्ष स्टैंड और रूस से तेल के आयात को लेकर वह भारत को 'लेक्चर' नहीं देगा। हालांकि, वह भारत से रूस से अपनी निर्भरता कम करने को कहेगा।
बातचीत
प्रस्तावित व्यापार सौदे पर भी होगी बातचीत
भारत और ब्रिटेन इस साल के अंत तक प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर काम कर रहे हैं। इसकी कुछ चुनौतियों को सुलझा लिया गया है और कुछ पर काम होना बाकी है। जॉनसन के इस दौरे के दौरान इस समझौते पर भी चर्चा होगी।
इस समझौते के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार कई गुना तक बढ़ जाएगा। दौरे से पहले जॉनसन ने भारतीयों को और वीजा देने के संकेत दिए हैं।