देश में बद से बदतर हो रहे हालात, बढ़ते कोरोना मामले चिंता का विषय- स्वास्थ्य मंत्रालय
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। सोमवार को भी 56,211 नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में सरकार और चिकित्सा विशेषज्ञों चिंता बढ़ गई है। हालत यह है कि अब केंद्र सरकार ने भी मान लिया है कि देश में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और तेजी से बढ़ता संक्रमण सबसे बड़ी चिंता का कारण है। मंत्रालय ने सभी राज्यों से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 56,211 नए मामले सामने आए और 271 मरीजों की मौत हुई है। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,20,95,855 हो गई है। इनमें से 1,62,114 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,40,720 हो गई है। बता दें कि देश में बीते कई दिनों से सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
अभी भी बेहद शक्तिशाली है कोरोना वायरस- पॉल
कोरोना टॉस्कफोर्स की बैठक में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि बढ़ते ट्रेंड से पता चलता है कि वायरस अभी भी बेहद शक्तिशाली है। यह तेजी से सुरक्षा चक्र में घुस रहा हैं। उन्होंने कहा कि जब सोचा जा रहा था कि इसे नियंत्रण में ला सकते हैं, उसी वक्त उसने जबरदस्त जवाबी हमला किया है। वर्तमान में महामारी की हालत बद से बदतर हो रही है और यह देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है।
UK और बा्रजील में मिले स्ट्रेनों के खिलाफ कारगर है दोनों वैक्सीन- पॉल
पॉल ने कहा कि भारत में अब तक कोरोना के 11,064 जीनोम सैंपल की सीक्वेंसिंग की गई है। इसमें से 807 में यूनाइटेड किंगडम (UK) में मिले स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। इसी तरह 47 में दक्षिण अफ्रीकी और एक में ब्राजील का स्ट्रेन मिला है। उन्होंने आगे कहा कि भारत में वैक्सीनेशन अभियान में काम आ रही कोवैक्सिन और कोविशील्ड कोरोना वायरस के ब्रिटेन, ब्राजील के स्ट्रेनों के खिलाफ पूरी तरह से कारगर साबित हो रही है।
देश के 10 जिलों की हालत सबसे अधिक खराब- भूषण
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि वर्तमान में महाराष्ट्र के आठ जिलों में सबसे ज्यादा सक्रिय मामले हैं। इसी तरह देश के 10 जिले संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इनमें पुणे, मुंबई, नागपुर, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु शहरी, नांदेड़, दिल्ली और अहमदनगर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश की साप्ताहिक सक्रिय मामलों की दर 5.5 प्रतिशत के आसपास है। वहीं, महाराष्ट्र में यह काफी ज्यादा है। इस पर नियंत्रण करना जरूरी है।
परीक्षण, पहचान और उपचार पर दिया जोर
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि तेजी से बढ़ते मामलों पर अधिक कोरोना जांच, समय पर मरीजों की पहचान और उपचार के जरिए ही काबू पाया जा सकता है। ऐसे में प्रभावितर राज्यों को अधिक से अधिक जांच और क्लस्टर बनाने चाहिए। उन्होंने जांच में 70 प्रतिशत RT-PCR टेस्ट करने पर भी जोर दिया है। इसी तरह तीन में संक्रमितों की संपर्क में आए लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें समय पर आईसोलेट और उपचार मुहैया करना चाहिए।
पंजाब की हालत है सबसे अधिक खराब
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि पंजाब में पर्याप्त संख्या में जांच नहीं हो रही है और ना ही मरीजों को आइसोलेट किया जा रहा है। वहां की सकारात्मकता दर 9 प्रतिशत है। इससे जाहिर है कि वहां पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
प्रभावित राज्यों में बढ़ाई जाए कोरोना समर्पित अस्पतालों की संख्या
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि प्रभावित राज्यों को बेहतर उपचार के लिए कोरोना समर्पित अस्पतालों की संख्या में इजाफा करना चाहिए। इसी तरह चिकित्साकर्मियों की संख्या में इजाफा करते हुए महामारी से बचाव के उपायों का भी सख्ती से पालन कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना पंजीयन वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को दोपहर 3 बजे बाद ही केंद्र पर जाना चाहिए। इससे पहले पंजीयन करा चुके लोगों की भीड़ रहने से परेशानी हो सकती है।