दिल्ली: उड़ान भरने से पहले कोरोना संक्रमित निकला इंडिगो फ्लाइट में सवार यात्री
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गुरुवार शाम को बड़ा ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इंडिगो की एक फ्लाइट पुणे के लिए उड़ान भरने की तैयारी में थी। उसी दौरान विमान में सवार एक यात्री ने क्रू मैंबर्स को खुद के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की जानकारी दी। इससे विमान में हड़कंप मच गया। बाद में विमान को पार्किंग क्षेत्र में लाकर संक्रमित यात्री को नीचे उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया।
यात्री ने दिखाए कोरोना संक्रमित होने के दस्तावेज
NDTV के अनुसार इंडिगो की विमान संख्या 6E-286 गुरुवार शाम 5 बजे दिल्ली से पुणे के लिए उड़ान भरने की तैयारी में थी। सभी यात्री विमान में सवार थे और पायलट विमान को रन-वे पर ले गया था। उसी दौरान एक यात्री ने क्रू मैंबर्स को खुद के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी और आवश्यक दस्तावेज दिए। पायलट ने कंट्रोल रूम पर इसकी जानकारी दी तो पायलट को विमान को पार्किंग क्षेत्र में वापस लाने के निर्देश दिए गए।
पायलट ने सबसे पहले संक्रमित यात्री को नीचे उतारा
विमान को पार्किंग क्षेत्र में लाने के निर्देश मिलने के बाद पायलट ने कहा कि आवश्यक कारणों से विमान को दुबारा पार्किंग क्षेत्र में ले जाया जा रहा है। विमान के ठहरने के बाद सबसे पहले सीट संख्या छह से आठ के यात्री ने नीचे उतरेंगे और अन्य यात्री इंतजार करेंगे। इसके बाद संक्रमित यात्री और उसके पास की सीटों पर बैठे दोनों यात्रियों को विमान से उतारकर अस्पताल पहुंचाया गया। इसके बाद पायलट ने राहत की सांस ली।
विमान में कराया सैनिटाइजेशन
संक्रमित यात्री को विमान से उतारने के बाद इंडिगो प्रबंधन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए पूरे विमान की सफाई कराई और फिर सैनिटाइजेशन कराया। इसी तरह संक्रमित यात्री और उसके आस-पास वाली सीटों के कवर बदले गए। इस दौरान यात्रियों को कंपनी की ओर पानी और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई गई। यात्रियों ने भी इंडिगो के प्रयास की सराहना की। इसके बाद पायलट ने फिर से पुणे के लिए उड़ान भरी।
यात्री ने बुधवार रात को कराई थी कोरोना की जांच
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार संक्रमित मिले यात्री ने बुधवार रात को अपनी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराई थी, लेकिन रिपोर्ट आने में देरी हो गई। वह जब पुणे के लिए यात्रा करने विमान में सवार हुआ तो उसे मैसेज के जरिए कोरोना संक्रमित होने का पता लगा था। ऐसे में उसने अन्य यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए क्रू मैंबर्स को सच्चाई बताने का निर्णय किया। उसके इस निर्णय से सैंकड़ों यात्रियों के संक्रमित होने का खतरा टल गया।