महाराष्ट्र: लोग न माने तो लगाया जाएगा लॉकडाउन, 2 अप्रैल को फैसला- उप मुख्यमंत्री
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि अगर लोग कोरोना महामारी से बचाव के नियमों का पालन नहीं करते हैं तो सरकार के पास लॉकडाउन लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन लागू करने या न करने का फैसला 2 अप्रैल को लिया जाएगा।
महामारी की स्थिति की समीक्षा बैठक में भाग लेने के बाद पवार ने कहा कि होली के त्योहार को देखते हुए कड़े प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
बयान
लॉकडाउन से बचना है तो नियमों का पालन करें लोग- पवार
इंडिया टुडे के अनुसार, पवार ने लोगों को चेतावनी दी कि अगर उन्हें कड़ी पाबंदियों से बचना है तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना होगा।
पवार ने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो राज्य के सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में कड़ा लॉकडाउन लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बैठक में सभी अधिकारियों और मेडिकल विशेषज्ञों का मानना था कि अगर सक्रिय मामलों की संख्या ऐसे ही बढ़ती गई तो दोबारा लॉकडाउन लगाना पड़ेगा।
लॉकडाउन
लोग माने नहीं तो और कोई विकल्प नहीं- पवार
राज्य सरकार अगले शुक्रवार तक स्थिति पर नजर रखेगी। इस दौरान अगर संक्रमण काबू में आता दिखेगा तो लॉकडाउन के विकल्प पर विचार नहीं किया जाएगा।
पवार ने कहा, "हम 2 अप्रैल तक राज्य में कोरोना मामलों पर नजर रखेंगे और अगर हमें लगा कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं तो सरकार के पास कोई और विकल्प नहीं बचेगा और हम फिर से लॉकडाउन लागू कर सकते हैं।"
महाराष्ट्र
राज्य में पहले से जारी हैं ये पाबंदियां
राज्य में फिलहाल जारी पाबंदियों के बारे में बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि सभी मॉल्स, मार्केट्स और सिनेमा हॉल्स को 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालन करना होगा। इसके अलावा शादी समारोह में 50 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। इसके अलावा अंतिम संस्कार में सिर्फ 20 लोगों के शामिल होने की इजाजत है।
होली के त्योहार को लेकर उन्होंने कहा कि इस मौके पर भीड़ इकट्ठा नहीं होने दी जाएगी।
स्वास्थ्य व्यवस्था
संक्रमितों के इलाज के लिए निजी अस्पताल के बेडों का होगा इंतजाम
महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य व्यवस्था की जानकारी देते हुए पवार ने कहा कि सभी बड़े कोरोना अस्पताल अभी आंशिक रूप से संचालित है और अप्रैल के पहले हफ्ते तक ये पूरी क्षमता के साथ काम करने लगेंगे। इसके अलावा निजी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड भी कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे।
गौरतलब है कि महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे महाराष्ट्र में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं।
कोरोना वायरस
महाराष्ट्र में महामारी की क्या स्थिति?
महामारी से देश के सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बीते दिन 35,952 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 111 मरीजों की मौत हुई।
महामारी की शुरुआत के बाद राज्य में एक दिन मिले ये सर्वाधिक मामले हैं। इसी के साथ यहां अब तक 26,00,833 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 54,795 लोगों की मौत हुई है।
राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 2,62,685 हो गई है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर बोझ बढ़ गया है।
कोरोना का कहर
देश में कितने लोग संक्रमित?
भारत में बीते दिन कोरोना के 59,118 नए मामले सामने आए और 257 मरीजों की मौत हुई है। पांच महीनों बाद देश में एक दिन में इतने मरीज मिले हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,18,46,652 हो गई है। इनमें से 1,60,949 लोगों की मौत हुई है और सक्रिय मामलों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 4,21,066 पर पहुंच गई है।
अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत महामारी से तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।