किसानों का भारत बंद: कई राज्यों में दिखा असर, राकेश टिकैत ने किया सफलता का दावा
कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों द्वारा सोमवार को 10 घंटे के लिए बुलाए गए 'भारत बंद' का मिला-जुला असर देखने को मिला। किसानों ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल आदि राज्यों में राष्ट्रीय और राज्य हाईवे जाम किए। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। शाम 4 बजे के बाद सभी राज्यों में यातायात संचालन सामान्य हो गया।
संयुक्त किसान मोर्चा ने किया था 'भारत बंद' का आह्वान
बता दें कि 40 से अधिक किसान संगठनों के सामूहिक संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने गत 5 सितंबर को इस 'भारत बंद' का आह्वान किया था। 18 सितंबर को SKM ने कहा था कि बंद के दौरान शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया जाएगा और आम लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। बंद के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों के कार्यालयों, बाजार, दुकानों, फैक्ट्रियों, स्कूल, कॉलेज और दूसरे शैक्षणिक संस्थानों और ट्रैफिक को रोका जाएगा।
किन राज्यों में दिखा सबसे ज्यादा असर?
'भारत बंद' का सबसे ज्यादा असर पजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में देखने को मिला। सिर्फ मेडिकल समेत आवश्यक सेवाएं ही चालू रहीं। तीनों जगह सभी राज्य और राष्ट्रीय राजमार्ग बंद रहने से बसें और अन्य सार्वजनिक यातायात सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं। पंजाब और हरियाणा में दर्जनों ट्रेनें या तो रोक दी गई हैं या रद्द कर दी गईं। वहीं बाजार बंद होने से शहरों में भी ज्यादा चहल-पहल नहीं दिखी। स्कूलों में भी बच्चों को छुट्टी कर दी गई।
हरियाणा में यह रही भारत बंद की स्थिति
किसानों ने हिसार, हांसी, फतेहाबाद, भिवानी और सिरसा जिलों में सुबह ही सड़कें और ट्रैक बंद कर दिए। रोहतक में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम किया। पानीपत जिले में चार जगहों पर किसान इकट्ठे हुए। वहीं दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर हाईवे बंद किया गया। जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों ने सर्विस लेन को भी बंद कर दिया। करनाल में कुछ किसानों ने बाजार में घूमकर दुकानें बंद कराई। इसी तरह पलवल में भी किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर जाम लगाया।
पंजाब में रद्द की गई 27 ट्रेनें
हरियाणा और पंजाब से गुजरने वाली ट्रेनों पर बंद का व्यापक असर दिखा। पंजाब में रेलवे ने 27 ट्रेनें रद्द कर दीं। इनमें 13 प्रदेश से बाहर और 14 भीतर चलने वाली हैं। वहीं कालका-न्यू दिल्ली शताब्दी स्पेशल सहित आठ ट्रेनें कुछ दूरी के लिए रद्द की गई। हरियाणा के कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन पर मालवा एक्सप्रेस और दादर एक्सप्रेस ट्रेनों को रोका गया। करनाल में रोकी गई स्वराज एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए गुरुद्वारा डेरा कार सेवा ने लंगर चलाया।
पंजाब में 350 जगहों पर किया गया प्रदर्शन
पंजाब में किसानों ने लगभग 350 जगहों पर प्रदर्शन किया और कई हाईवे जाम कर दिए। कई रेलवे स्टेशनों पर भी धरने दिए गए। पंजाब के ADGP ने पुलिस को धरना स्थलों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के आदेश दिए हैं। दिनभर पुलिस तैनात रही।
इन राज्यों में भी देखने को मिला बंद का असर
किसानों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब 27 जिलों में हाईवे जाम किए। इसी तरह कई जिलों में रेलवे स्टेशनों पर भी प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा बिहार में राजधानी पटना सहित 15 जिलों में किसानों ने यातायात को बाधित किया। इसके अलावा राजस्थान, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल में भी किसानों ने कई जगहों पर प्रदर्शन किए। हाईवे जाम किए जाने से यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इन दलों और संघों ने दिया किसानों के 'भारत बंद' को समर्थन
बता दें कि किसानों के 'भारत बंद' को कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD), आम आदमी पार्टी (AAP), बसपा, समाजवादी पार्टी, DMK और लेफ्ट पार्टियों ने समर्थन दिया था। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) से भी बंद को समर्थन दिया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है, लेकिन शोषण-कार सरकार को यह पसंद नहीं है। शिवसेना प्रवक्ता संयज राउत ने देश के जनता को किसानों के साथ बताया।
पूरी तरह से सफल रहा है 'भारत बंद'- टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 'भारत बंद' पूरी तरह से सफल रहा है। 25 से अधिक राज्यों में इसका असर देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि यह सफलता उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो आंदोलन को तीन राज्यों तक ही सीमित बता रहे थे। 'भारत बंद' के दौरान देशभर में किसानों को मजदूरों, व्यापारियों, कर्मचारियों, ट्रेड यूनियनों और कई बड़े राजनीतिक दलों का भी पूरा समर्थन मिला है।
सिंघु बार्डर पर हुई एक किसान की मौत
भारत बंद के दौरान दिल्ली की सीमा पर स्थित सिंघु बार्डर पर एक किसान की मौत हो गई है। हालांकि, दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसान की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम करा भी करा दिया है।
टिकैत ने 'भारत बंद' में समर्थन के लिए जताया आभार
राकेश टिकैत ने 'भारत बंद' को शांतिपूर्ण रखने रखने के लिए सभी प्रदर्शनकारी किसानों का आभार जताते हुए कहा कि देशभर में कहीं भी हिंसा या झड़प नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों की समस्या का समाधान करना चाहिए। उत्तर प्रदेश में घोषित किया गया गन्ने का समर्थन मूल्य किसानों के साथ मजाक है। इसके लिए भी आंदोलन किया जाएगा। कृषि कानूनों के वापसी और MSP की गारंटी तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा।