भारत बंद: मजदूर यूनियनों ने बुलाई राष्ट्रव्यापी हड़ताल, इन सेवाओं पर पड़ेगा असर
लगभग 25 करोड़ कर्मचारी गुरुवार को अलग-अलग सरकारी नीतियों के खिलाफ 10 केंद्रीय यूनियनों द्वारा बुलाई गई राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेंगे। कई परिवहन और बैंक यूनियन हड़ताल में शामिल हो रही हैं, जिससे देशभर में परिवहन और बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ना तय है। आम दिनों की तुलना में आज सड़कों पर बसें और दूसरे वाहन कम संख्या में नजर आएंगे। हालांकि, उत्तर प्रदेश सरकार ने अगले छह महीनों के लिए राज्य में हड़ताल पर रोक लगा दी है।
हड़ताल में ये यूनियन ले रहे हिस्सा
इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), हिंद मजदूर सभा (HMS), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (CITU), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC), ट्रेड यूनियन कॉर्डिनेशन सेंटर (TUCC), सेल्फ इंप्लॉयड वीमेन्स एसोसिएशन (SEWA), ऑल इंडिया सेंटर काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन्स (AICCTU), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (LPF) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (UTUC) आज के भारत बंद में शामिल हो रहे हैं। भारतीय मजदूर संघ (BMS) इस हड़ताल में शामिल नहीं होगा।
किन मांगों को लेकर है भारत बंद?
आयकर न देने वाले सभी परिवारों को हर महीने 7,500 रुपये और सभी जरूरतमंद लोगों को हर महीने प्रति व्यक्ति 10 किलोग्राम राशन। मनरेगा के तहत ग्रामीण इलाकों में साल में 200 दिन का काम और रोजगार गारंटी योजना का शहरी इलाकों में विस्तार। सभी 'किसान विरोधी' और 'मजदूर विरोधी' कानूनों को वापस लिया जाए और सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण रोका जाए। इसके अलावा ये यूनियन पुराने पेंशन सिस्टम को फिर से लागू करने की मांग कर रहे हैं।
हड़ताल से इन सेवाओं पर पड़ेगा असर
इस राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण बैंकिंग, उद्योग, परिवहन समेत कई सेवाओं पर असर दिख रहा है। बताया जा रहा है देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान, घरेलू सहायक, दिहाड़ी मजदूर, बीड़ी मजदूर, हॉकर, कृषि मजदूर, ऑटो और टैक्सी ड्राइवर हड़ताल में शामिल होंगे। ऐसे में आम जीवन से जुड़ी अधिकतर सेवाओं के प्रभावित होने की बात कही जा रही है। अगर आप किसी काम से घर से निकल रहे हैं तो हड़ताल का जरूर ध्यान रखें।
देश के अलग-अलग हिस्सों में बंद का असर शुरू
मजदूर यूनियनों के इस 24 घंटे के भारत बंद का असर दिखना शुरू हो गया है। बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को बाधित कर दिया है। वहीं कोलकाता में भी सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। केरल में भी परिवहन सेवाएं पूरी तरह ठप्प नजर आ रही है। कोच्चि में कई बाजार पूरी तरह बंद हैं। ओडिशा में भी मजदूर यूनियनों के सदस्यों ने भारी संख्या में इकट्ठे होकर विरोध प्रदर्शन किया।