Page Loader
तमिलनाडु: फेसबुक पर हिंदू संगठनों को बीफ फेस्टिवल का आमंत्रण देने के लिए शख्स गिरफ्तार

तमिलनाडु: फेसबुक पर हिंदू संगठनों को बीफ फेस्टिवल का आमंत्रण देने के लिए शख्स गिरफ्तार

Jul 18, 2019
12:50 pm

क्या है खबर?

बीफ फेस्टिवल के लिए फेसबुक पर आमंत्रण पोस्ट करने के लिए तमिलनाडु के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। एस एजहिलान उर्फ राम कुमार ने 13 जुलाई को ये पोस्ट की थी और हिंदू संगठनों को इसमें शामिल होने का आमंत्रण दिया था। इससे कुछ दिन पहले तमिलनाडु के ही एक जिले में सोशल मीडिया पर बीफ सूप पीते हुए तस्वीर पोस्ट करने के लिए एक युवक पर एक समूह ने हमला किया किया था।

विवादित पोस्ट

हिंदू संगठनों को फेस्टिवल में सबसे महत्वपूर्ण स्थान देने का वादा

घटना तमिलनाडु के तंजावुर जिले के कुम्बकोनम इलाके की है। 'तमिलनाडु कुदिरासु काची' नामक संगठन के संस्थापक और अध्यक्ष 33 वर्षीय एजहिलान ने 13 जुलाई को फेसबुक पर पोस्ट करते हुए बताया था कि जिले में जल्द ही बीफ फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। अपनी पोस्ट में उसने हिंदू संगठनों को इसमें शामिल होने का न्यौता दिया था और कहा था कि अगर वो इसमें आए तो उन्हें सबसे महत्वपूर्ण स्थान दिया जाएगा और पकवान खा सकेंगे।

शिकायत

गांव प्रशासन ने की पुलिस से शिकायत

एजहिलान ने अपनी पोस्ट में बीफ फेस्टिवल की तारीख का जिक्र नहीं किया था। कल्लाप्पुलियुर गांव प्रशासन के अधिकारी सुदारा राजन के शिकायत करने के बाद पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज किया और एजहिलान को गिरफ्तार किया। उस पर IPC की धारा 298 (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मकसद से शब्दों का प्रयोग), धारा 505 (शांत भंग करने के लिए जानबूझ अपमान करना) और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अन्य घटना

बीफ सूप पीते हुए तस्वीर पोस्ट करने के लिए हुआ था युवक पर हमला

बता दें कि कुछ दिन पहले तमिलनाडु के ही नागापट्टिनम जिले में बीफ को लेकर विवाद हो गया था। एक युवक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अपनी बीफ सूप पीते हुए तस्वीर पोस्ट की थी। इससे नाराज एक समूह ने उस पर हमला किया था। सोशल मीडिया पर युवक पर किए गए हमले की जमकर आलोचना हुई थी। बता दें कि तमिलनाडु में बीफ खाना कानूनी अपराध नहीं है, लेकिन गोहत्या पर पाबंदी है।

मॉब लिंचिंग

बीफ और गोहत्या के शक में हो चुकी हैं मॉब लिंचिंग

पिछले कुछ सालों में भारतीय राजनीति में बीफ की "अहमियत" अचानक बढ़ गई है और ये सांप्रदायिक राजनीति करने वाले नेताओं के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। सितंबर 2015 में गोहत्या और घर में बीफ होने के शक में उत्तर प्रदेश के दादरी में मोहम्मद अखलाक की मॉब लिंचिंग कर दी गई थी। इसके बाद से ही बीफ और गोहत्या का मुद्दा विवादों में हैं और इसके शक में कई लोगों की मॉब लिंचिंग की जा चुकी है।