पुलवामा आतंकी हमले का समर्थन कर रहे कर्मचारियों को निलंबित कर रही हैं देशभर की कंपनियां
पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों पर आतकंवादी हमले से पूरे देश में गुस्सा है और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है। इस बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो आतंकियों की इस कायराना हरकता का समर्थन कर रहे हैं। लेकिन देश हमले के खिलाफ एकजुट खड़ा है और इसका समर्थन करने वाले लोगों को कंपनियां बाहर का रास्ता दिखा रही हैं। आइए ऐसे ही कुछ मामलों पर नजर डालते हैं।
मुंबई की फार्मा कंपनी ने श्रीनगर के कर्मचारी को किया निलंबित
मुंबई स्थित एक फार्मा कंपनी ने श्रीनगर के रहने वाले अपने एक कर्मचारी को स्पीड पोस्ट के जरिए उसके निलंबन की जानकारी दी है। कंपनी कर्मचारी को यह भी कहा है कि अगर वह 2 हफ्ते के अंदर कारण बताओ नोटिस का जबाव नहीं देता, उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा। CRPF के 40 से अधिक जवानों के शहीद होने के बाद कर्मचारी रियाज अहमद वानी ने फेसबुक पर पोस्ट की थी, जिसका मतलब था 'इसे कहते हैं सर्जिकल स्ट्राइक'।
राष्ट्र विरोधी टिप्पणियों से कंपनी को नुकसान
कंपनी ने अपने नोटिस में लिखा है, 'आपके राष्ट्र विरोधी संदेश के कारण कंपनी को गुस्से से भरी हुई टिप्पणियां मिल रही हैं कि एक राष्ट्र विरोधी हमारी कंपनी में काम क्यों कर रहा है?' कंपनी ने आगे लिखा है, 'आपका कार्य संगीन और गंभीर है, इसलिए आपको तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है। मामले पर आगे कार्रवाई बाद में की जाएगी।' कंपनी ने रियाज को जबाव देने के लिए 2 हफ्ते का समय दिया है।
अहमदाबाद की कंपनी ने एक कर्मचारी को किया निलंबित
अहमदाबाद स्थित एक हेल्थकेयर कंपनी ने भी अपने श्रीनगर के कर्मचारी इकबाल हुसैन को रियाज अहमद की पोस्ट पर देश विरोधी कमेंट करने के लिए निलंबित कर दिया है। रियाज की तरह इकबाल ने भी कमेंट में लिखा था, 'इसे कहते हैं असली सर्जिकल स्ट्राइक।' इकबाल को अपना पक्ष रखने के लिए 2 दिन का समय दिया गया है। अगर वह कोई संतोषपूर्ण जबाव देने में नाकामयाब रहता है तो उसे नौकरी से निकाल दिया जाएगा।
हुंडई ने भी की अपने कर्मचारी पर कार्रवाई
हुंडई ने भी अपने कर्मचारी अंशु भट को देश विरोधी टिप्पणी के लिए नौकरी से निकाल दिया है। बांदीपोरा से पढ़ाई करने वाले अंशु ने 16 फरवरी को अपने एक फेसबुक कमेंट में लिखा था, 'एक का तो सामना नहीं कर पाई तेरी पतांजलि आर्मी। चुन-चुन कर क्या बदला लोगे?' हुंडई ने अपने पत्र में लिखा है कि कंपनी के नियमों के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने के लिए उन्हें तत्काल प्रभाव से नौकरी से निकाला जा रहा है।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र के खिलाफ FIR
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक छात्र के खिलाफ भी हमले पर गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी करने के लिए FIR दर्ज की गई है। आरोप छात्र हिलाल को यूनिवर्सिटी से भी निकाल दिया गया है। उसके ट्वीट को प्रकाश में लाने वाले रोशन राय ने इस बात की पुष्टि की है। हिलाल ने हमले के बाद उरी फिल्म के डायलॉग का इस्तेमाल करते हुए ट्वीट किया था, 'हाउ इज द जैश? ग्रेट सर।' CRPF पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ही हमला किया था।