आने वाली है तीसरी लहर, दिल्ली में नहीं होनी चाहिए ऑक्सीजन की कमी- सुप्रीम कोर्ट
दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए आज सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने सरकार से कहा कि ऑक्सीजन के आवंटन का उसका फॉर्मूला दिल्ली की मांग का बहुत कम आंकलन करता है और इसे पूरी तरह से बदलने की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से यह भी कहा कि तीसरी लहर आने वाली है और वह सुनिश्चित करे कि इस बार दिल्ली में ऑक्सीजन की कोई कमी न हो।
केंद्र सरकार ने कहा- दिल्ली को अधिक ऑक्सीजन देने से अन्य राज्यों पर पड़ेगा असर
आज सुनवाई शुरू होने पर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि दिल्ली के अस्पतालों के पास ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा है और ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन की मदद से आज 280 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भी दिल्ली पहुंच जाएगी। सरकार ने कहा कि दिल्ली को और ऑक्सीजन की सप्लाई करना बाकी राज्यों पर असर डाल सकता है। इस पर कोर्ट ने कहा कि दिल्ली की मांगों का आंकलन करने वाला उसका फॉर्मूला गलत है और इसे बदलने की जरूरत है।
आने वाली है तीसरी लहर, अभी से शुरू करनी होगी तैयारी- सुप्रीम कोर्ट
दिल्ली के ऑक्सीजन संकट को संभालने के तरीके को लेकर भी सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाई और कहा कि यह संकट केवल राज्यों को ऑक्सीजन का आवंटन करने से संबंधित नहीं है और लॉजिस्टिक की भी समस्या है। कोर्ट ने कहा कि तीसरी लहर आने वाली है और अब इसके लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। कोर्ट ने सरकार से यह सुनिश्चित करने को कहा कि दिल्ली में तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी न हो।
कोर्ट ने तीसरी लहर में ऑक्सीजन के आवंटन पर मांगी योजना
तीसरी लहर के लिए केंद्र सरकार से विस्तृत योजना मांगते हुए कोर्ट ने कहा, "जब तीसरी लहर आएगी तो आप इससे कैसे निपटेंगे? वैज्ञानिक कह रहे हैं कि इससे बच्चे भी प्रभावित होंगे। उन्हें अस्पताल जाना पड़ेगा और उसके साथ माता-पिता को होना पड़ेगा।"
केंद्र के पास 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई करने की कोई योजना नहीं- दिल्ली सरकार
सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार ने कहा कि केंद्र के 730 मीट्रिक टन सप्लाई के दावे के विपरीत उसे रोजाना केवल 555 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है। उसने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने कल केंद्र से 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने की योजना पेश करने को कहा था। एक घंटे से अधिक की सुनवाई में केंद्र ने एक बार भी इस बारे में कुछ नहीं कहा।" उसने कहा कि केंद्र के पास इसकी कोई योजना नहीं है।
ऑक्सीजन की किल्लत का सामना कर रही है दिल्ली
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली इस समय मेडिकल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रही है और हर दिन कोई न कोई अस्पताल ऑक्सीजन के लिए आपातकालीन संदेश भेजता है। ऑक्सीजन की कमी के कारण कई अस्पतालों में मरीजों की मौत भी हो चुकी है। मामले पर केंद्र और राज्य सरकार भी आमने-सामने हैं और दिल्ली हाई कोर्ट के लगातार आदेश के बावजूद केंद्र दिल्ली को 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन नहीं दे रहा है।
दिल्ली में महामारी की क्या स्थिति?
दिल्ली अभी कोरोना संक्रमण की चौथी और सबसे भीषण लहर का सामना कर रही है। बुधवार को यहां 20,960 नए मामले सामने आए और 311 मरीजों की मौत हुई। शहर में अभी तक कुल 12,53,902 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 18,063 लोगों की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 91,859 है। एक अच्छी खबर यह है कि दिल्ली में पिछले चार दिन से टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 30 प्रतिशत से कम बनी हुई है।