कोरोना: विदेशों से आ रही वैक्सीनों पर आयात शुल्क नहीं लगाएगा भारत- रिपोर्ट
क्या है खबर?
देश में तेजी से फैलते कोरोना संक्रमण के बीच सरकार ने हाल ही में फैसला लिया था कि वह विदेशी कोरोना वैक्सीनों की आपातकालीन उपयोग की मंजूरी को फास्ट ट्रैक करेगी।
अब खबर आई है कि सरकार विदेशी वैक्सीनों पर अपनी 10 फीसदी आयात शुल्क नहीं लेगी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को यह जानकारी दी है।
गौरतलब है कि सरकार कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन तेज करने का प्रयास कर रही है।
कोरोना वैक्सीन
सरकार ने विदेशी कंपनियों से की भारत में वैक्सीन बेचने की मांग
पिछले हफ्ते भारत के दवा नियामक ने देश में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक-V के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।
भारत में इसका उत्पादन शुरू होने से पहले मई तक इसका आयात किया जाएगा।
साथ ही सरकार ने फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन से भी भारत में अपनी वैक्सीन बेचने की मांग की है। कई देशों में इन तीनों कंपनियों की वैक्सीन का पहले से इस्तेमाल हो रहा है।
योजना
बिना सरकारी हस्तक्षेप विदेशी वैक्सीन खरीद पाएंगी कंपनियां- रिपोर्ट
वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि सरकार अब निजी कंपनियों को भी विदेशों में इस्तेमाल हो रही वैक्सीन को आयात करने की मंजूरी देने पर विचार कर रही है।
इस पूरी प्रक्रिया में सरकार का कहीं हस्तक्षेप नहीं होगा और कंपनियां अपनी मर्जी से वैक्सीनों के दाम भी तय कर सकेंगी।
अभी तक भारत में केंद्र सरकार ही वैक्सीन की खरीद और बिक्री को नियंत्रित कर रही है।
योजना
आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी को किया जाएगा फास्ट ट्रैक
इसी महीने सरकार ने देश में वैक्सीनों की संख्या बढ़ाने और वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने के लिए दूसरे देशों में इस्तेमाल की जा रही विदेशी कोरोना वैक्सीनों की आपातकालीन उपयोग की मंजूरी को फास्ट ट्रैक करने का बड़ा फैसला लिया था।
इस फैसले के तहत ऐसी विदेशी वैक्सीनें जिन्हें अमेरिका, यूरोप, इंग्लैंड या जापान में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल चुकी है या जो विश्व स्वास्थ्य संगठन की सूची में शामिल हैं, उन्हें भारत में मंजूरी दी जा सकेगी।
कोरोना वायरस
अगले महीने से शुरू हो रहा है वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण
भारत में 16 जनवरी से कोरोना के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था।
पहले चरण में फ्रंटलाइन और स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई गई थी। दूसरे चरण में सरकार 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगा रही है।
1 मई से तीसरा चरण शुरू हो रहा है, जिसमें 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। देश में तेजी से फैलते संक्रमण के बीच यह फैसला लिया गया है।
कोरोना वायरस
देश में महामारी और वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना 2,59,170 नए मामले सामने आए और 1,761 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में हुईं सबसे अधिक मौतें हैं।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,53,21,089 हो गई है। इनमें से 20,31,977 सक्रिय मामले हैं और 1,80,530 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 12,71,29,113 खुराकें लगाई जा चुकी हैं।