1 मई से 18 साल से अधिक उम्र वालों को लगेगी कोरोना वैक्सीन, सरकार का ऐलान
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में सरकार अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने पर फोकस कर रही है। इसी कड़ी में सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। सरकार के अनुसार वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण 1 मई से शुरू होगा और इसमें 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकेगी। बता दें कि कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री से इसकी मांग की थी।
भारत में 16 जनवरी से हुई वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत
भारत में 16 जनवरी को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत हुई थी। इसके बाद 1 मार्च में वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 60 से अधिक और गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देना शुरू किया गया था। इसके बाद सरकार ने इसी चरण में 1 अप्रैल से 45 वर्श से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की छूट दी थी।
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 12,38,52,566 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन मात्र 12,30,007 खुराकें लगाई गईं। अभी 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के बाद लिया अहम फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा कोरोना महामारी हालातों को लेकर सोमवार को देश के प्रमुख डॉक्टरों और शीर्ष फार्मा कंपनियों के साथ विशेष बैठक की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने देश में 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण चालू करने तथा उसमें 18 वर्ष से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का निर्णय किया है। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार पिछले एक साल से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रयास कर रही थी।
राज्य सरकारों को दिए वैक्सीन की खरीद के अधिकार
सरकार ने तीसरे चरण में वैक्सीन की खरीद की लेकर भी राज्यों को अधिकार दिए हैं। सरकार ने कहा है कि अब कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां कुल उत्पादन की 50 प्रतिशत आपूति केंद्र सरकार को करेगी तथा शेष 50 प्रतिशत तक आपूर्ति पहले घोषित की गई कीमत पर राज्य सरकारों और खुले बाजार में बेच सकेगी। इसी तरह राज्य सरकारें, निजी अस्पताल, औद्योगिक प्रतिष्ठान आदि भी निर्माताओं से सीधे वैक्सीन खरीद सकेंगे।
निजी वैक्सीनेशन केंद्रों को पारदर्शी रूप से घोषित करनी होगी कीमत
सरकार ने कहा कि अब निजी वैक्सीनेशन प्रदाता पारदर्शी रूप से अपना स्व-निर्धारित मूल्य घोषित कर सकेंगे। इस चैनल के माध्यम से पात्रता सभी वयस्कों के लिए खोली जाएगी, यानी अब 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग वैक्सीन लगा सकेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने डॉक्टरों से की जागरूकता फैलाने की अपील
डॉक्टर्स और दवा कंपनियों के साथ बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि दूसरी लहर में कोरोना वायरस महामारी छोटे शहरों में भी तेजी से फैल रही है। ऐसी जगहों पर संसाधनों को उन्नत करने के प्रयास तेज करने की आवश्यकता है। उन्होंने डॉक्टर्स से लोगों को कोरोना महामारी को खिलाफ ढिलाई नहीं बरतने तथा महामारी को लेकर चल रही पर अफवाहों के प्रति जागरुक करने की अपील भी की। इससे प्रसार पर नियंत्रण हो सकेगा।
मुख्यमंत्रियों ने की वैक्सीनेशन से उम्र की पाबंदी हटाने की मांग
बता दें कि महामारी की दूसरी लहर के बीच कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर वैक्सीनेशन अभियान से उम्र की पाबंदी हटाने की मांग की थी। इनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 25 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने तथा वैक्सीन की पर्याप्त आपूर्ति करने की मांग की थी।
इन्होंने भी की थी उम्र की पाबंदी हटाने की मांग
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी गत दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन को पत्र लिखकर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन की मांग की थी। इसी तरह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भेजकर 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की सिफारिश की थी। इसी तरह अधिवक्ता रश्मि सिंह ने 18 साल से अधिक वालों वैक्सीन के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के रिकॉर्ड 2,73,810 नए मामले सामने आए और 1,619 मरीजों की मौत हुई है। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,50,61,919 हो गई है। इनमें से 1,78,769 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 19,29,329 हो गई है।