पिछले साल आखिरी प्रयास गंवा चुके UPSC उम्मीदवारों को नहीं मिलेगा अतिरिक्त मौका- सुप्रीम कोर्ट
पिछले साल कोरोना वायरस के कारण संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में शामिल न होने वाले उन उम्मीदवारों को दूसरा मौका नहीं दिया जाएगा, जिनका वह अंतिम प्रयास था। सुप्रीम कोर्ट ने आज उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें इन उम्मीदवारों को इस साल होने वाली UPSC CSE में शामिल होने के लिए अतिरिक्त मौका देने की मांग की गई थी। अब अक्टूबर, 2020 में परीक्षा न दे पाने वाले उम्मीदवारों को राहत नहीं मिलेगी।
ऊपरी आयु सीमा में नहीं मिलेगी छूट
इस फैसले का असर लगभग 3,000 उम्मीदवारों पर पड़ेगा, जिनका पिछले साल अंतिम प्रयास बेकार चला गया था। कोर्ट ने आज उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होने के लिए एक और मौका और ऊपरी आयु सीमा में छूट चाहते थे। बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार छात्रों को अतिरिक्त मौका देने के लिए तैयार हो गई थी, लेकिन उसने आयु सीमा में छूट देने के लिए मना कर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि UPSC CSE 2020 कई उम्मीदवारों का अंतिम प्रयास था क्योंकि उनकी इसमें शामिल होने के लिए कुल प्रयासों की संख्या पूरा हो गई थी या फिर वे इसके लिए निर्धारित की गई ऊपरी आयु सीमा को पार कर चुके थे। ये उम्मीदवार कोरोना वायरस महामारी के कारण अक्टूबर में आयोजित हुई UPSC CSE में शामिल नहीं हो पाए थे। इन उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि उन्हें एक अतिरिक्त मौका दिया जाए।
सरकार ने अतिरिक्त मौका देने के लिए जताई सहमति
पहले हुई सुनवाई में सु्प्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस पर विचार करने को कहा था। उसके बाद केंद्र इन उम्मीदवारों को एक अतिरिक्त मौका देने के लिए सहमत हो गया था, लेकिन उसने कहा कि यह सिर्फ उन उम्मीदवारों को मिलेगा, जो निर्धारित आयु सीमा के भीतर आते हैं। फिर भी उम्मीदवारों द्वारा आयु सीमा में छूट की मांग करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने हालात असाधारण होने के कारण सरकार को इस पर विचार करने को कहा।
सरकार ऊपरी आयु में नहीं देना चाहती छूट
इसके बाद आज हुई सुनवाई ने केंद्र सरकार की ओर से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू ने कहा कि सरकार इस मामले पर कठोर नहीं होना चाहती है। इस पर विचार किया गया, जिसके बाद सरकार ऊपरी आयु सीमा पार कर चुके उम्मीदवारों को अतिरिक्त मौका देने के लिए सहमत नहीं है। इसके बाद तीन जजों एएम खानविल्कर, इंदु मल्होत्रा और अजय रस्तोगी की बेंच ने उम्मीदवारों द्वारा दायर की याचिका को खारिज कर दिया।
किस उम्मीदवार को मिलते हैं कितने मौके?
जानकारी के लिए बता दें कि UPSC CSE का आयोजन हर साल कराया जाता है। इसमें ग्रेजुएट उम्मीदवार शामिल हो सकते हैं। सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 32 वर्ष की आयु तक परीक्षा में शामिल के लिए अधिकतम छह प्रयास, अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को 35 वर्ष की आयु तक अधिकतम नौ प्रयास मिलते हैं। वहीं, अनुसुचित जाति और अनुसुचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवार 37 वर्ष की आयु तक असीमित मौके मिलते हैं।
इस साल कब होगी परीक्षा
इस साल UPSC CSE प्री का आयोजन 27 जून को किया जाएगा। हालांकि, मेन्स परीक्षा की तारीखों का भी ऐलान अभी नहीं किया गया है। इसके लिए जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट पर आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।