लॉकडाउन के बाद लोगों की आवाजाही के लिए बनानी होगी एक समान रणनीति- प्रधानमंत्री मोदी
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दूसरी बार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉकडाउन के बाद लोगों को एक साथ बाहर आने से रोकने के लिए राज्यों को एक समान रणनीति बनाने को कहा। उन्होंने ये भी कहा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद चीजें बिल्कुल पहले जैसी नहीं चल सकतीं और कुछ सुरक्षा उपायों की जरूरत होगी।
बैठक के बाद PMO ने जारी किया बयान
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की तरफ से जारी किए गए बयान के अनुसार, बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा, "लॉकडाउन खत्म होने के बाद लोगों का धीरे-धीरे चरणों में बाहर आना सुनिश्चित करने के लिए एक समान रणनीति की जरूरत है।" बैठक में पिछले कुछ दिनों में मामलों में आई तेजी पर भी बातचीत हुई और प्रधानमंत्री मोदी ने संदिग्ध संक्रमितों की पहचान करके उनके आइसोलेट करने की बात कही।
टेस्टिंग और आइसोलेट करने पर केंद्रित रहेगा ध्यान- प्रधानमंत्री मोदी
बैठक में सभी मुख्यमंत्रियों ने उनके राज्यों में चलाए जा रहे राहत कार्यों और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने, संदिग्ध संक्रमितों को ट्रैक करने और तबलीगी जमात के कार्यक्रम से संबंधित लोगों की पहचान करके उन्हें क्वारंटाइन करने के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले कुछ हफ्ते तक टेस्टिंग, संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें आइसोलेट और क्वारंटाइन करने पर ही ध्यान केंद्रित रहेगा।
सभी पंथों और धार्मिक समुदायों को एक साथ आने की जरूरत- प्रधानमंत्री मोदी
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू को डिलीट करना पड़ा बैठक से संबंधित ट्वीट
इस बीच अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने बैठक से संबंधित एक ऐसा ट्वीट किया जिसे उन्हें 45 मिनट के अंदर डिलीट करना पड़ा। दरअसल, बैठक की तस्वीर डालते हुए उन्होंने ट्वीट किया था कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा लेकिन इसका मतलब ये नहीं लोगों को गलियों में घूमने की इजाजत होगी। बाद में उन्होंने इसे डिलीट करते हुए कहा कि ये ट्वीट हिंदी की कम जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने अपलोड किया था।
आज लॉकडाउन का नौवां दिन
बता दें कि आज 21 दिन के राष्ट्रीय लॉकडाउन का नौवां दिन है। लॉकडाउन के शुरूआती दिनों में शहरों में काम करने वाले लाखों प्रवासी मजदूरों के गांव की तरफ पलायन करने से बड़ी समस्या पैदा हुई थी और अब इन मजदूरों को जहां-तहां रोककर क्वारंटाइन कैंपों में रखा जा रहा है। इस बीच कई जगहों पर जरूरी सामानों का स्टॉक खत्म होना शुरू हो गया है और पाबंदियों के कारण नया माल पहुंचने में देरी हो रही है।
भारत में 1,965 मामले, 50 की मौत
इस बीच पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा उछाल आया है और देशभर में अब तक 1,965 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 50 लोगों की मौत हुई है, वहीं 150 को सफल इलाज के बाद घर वापस भेज दिया गया है। केंद्र सरकार ने तबलीगी जमात के आयोजन को मामलों में आए उछाल का कारण बताया है और कहा है कि देशभर में मामले तेजी से बढ़ने का कोई ट्रेंड नहीं है।