
लोकसभा चुनाव 2019: इस इकलौते मतदाता के लिए दिनभर पैदल चलकर पहुँचेंगे चुनावकर्मी
क्या है खबर?
लोकसभा चुनाव 2019 की तारीख़ों का ऐलान हो चुका है। इस मौक़े पर हर कोई अपनी-अपनी तरफ़ से तैयारी में जुट गया है। राजनीतिक पार्टियाँ भी चुनाव अभियान में जुट गई हैं।
एक वोट किसी की जीत-हार निर्धारित कर सकता है, ऐसे में लोकतंत्र में एक-एक व्यक्ति के वोट का महत्व होता है।
आज हम आपको एक ऐसे मतदाता के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका वोट लेने के लिए चुनावकर्मी दिनभर पैदल चलकर उसके पास पहुँचेंगे।
सोकेला तायांग
मतदान केंद्र पर केवल एक नाम पंजीकृत
बता दें कि, चुनावकर्मी एक वोट के महत्व को समझते हुए अरुणाचल प्रदेश के एक मतदान केंद्र पर एक मतदाता तक चुनाव के दिन मुश्किल भरे रास्तों पर चलकर पहुँचेंगे।
जानकारी के अनुसार, सोकेला तायांग नाम की एक महिला अपने बच्चों के साथ मालोगाम में रहती हैं।
यह गाँव अंजाव जिला मुख्यालय हायूलियांग से 39 किलोमीटर दूर है। इस गाँव में बहुत कम परिवार रहते हैं।
सोकेला को छोड़कर अन्य मतदाताओं के नाम दूसरे मतदान केंद्रों पर पंजीकृत है।
मतदान
मतदान केंद्र पर 2014 में थे दो मतदाताओं के नाम
राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान इस मतदान केंद्र पर दो मतदाता थे, लेकिन कुछ कारणों से सोकेला के पति जानेलम तियांग ने अपना नाम इसी क्षेत्र के किसी अन्य मतदान केंद्र पर पंजीकृत करा लिया।
उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी लाइकेन कोयू ने बताया कि चुनाव कराने वाले अधिकारियों को हायूलियांग से मालेगाम मतदान केंद्र तक पैदल चलकर जाना होगा, जिसमें एक दिन लगता है।
चुनाव
लोकसभा चुनाव के साथ हो रहे हैं विधानसभा चुनाव
कोयू ने आगे बताया, "चुनाव कराने वाले अधिकारियों को सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मतदान केंद्र पर रहना पड़ सकता है, क्योंकि हम नहीं जानते हैं कि वो कब वोट डालने आएँगी।"
उन्होंने कहा, "हम किसी पर जल्दी वोट डालने का दबाव नहीं डाल सकते हैं।"
आपको बता दें कि इस बार अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ में ही हो रहे हैं।
जानकारी
महिलाओं के लिए बनाए गए हैं 11 विशेष मतदान केंद्र
राज्य में इस बार कुल 7.94 लाख मतदाता 11 अप्रैल को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें से चार लाख महिलाएँ हैं। राज्य में महिलाओं के लिए 11 विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।