लॉकडाउन में लोगों को याद आया अपना बचपन, फिर देखना चाहते हैं ये टीवी सीरीयल्स
21 दिन के लॉकडाउन की वजह से घर में बैठे लोगों को एक बार फिर से 80-90 के दशक के टीवी सीरियल्स की याद सताने लगी है। जनता की मांग पर 'रामायण', 'महाभारत' और 'सर्कस' का फिर से प्रसारण किया जाने लगा है। इनके अलावा भी कई ऐसे टीवी शोज है जिन्हें देखने की दर्शक मांग कर रहे है। तो चलिए आज एक नजर डालते हैं 90 के दशक के कुछ ऐसे शोज जिन्हें हम फिर से देखना चाहेंगे।
शक्तिमान
शक्तिमान 90 के दशक का एक ऐसा शो रहा है जिसे आज भी लोग याद करते है। इसका टाइटल ट्रैक तक आज भी उस जमाने के लोगों को याद है। मुकेश खन्न उस दौर के बच्चों के लिए पहले सुपरहिरो हुआ करते थे। यह शो दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाता था। इसे चैनल के सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक कहा जाता है। इस शो का पहला एपिसोड 13 सितंबर, 1997 में ऑनएयर किया गया था।
मालगुडी डेज
80 के दशक के इस सीरियल में हर दिन अलग-अलग कहानियां दिखाई जाती थी। जिसमें एक खास संदेश छिपा होता था। इस सीरियल ने उस समय के बच्चों के दिमाग पर गहरा असर डाला था। बच्चे इसे देखकर प्रभावित होने लगे थे। बेहतरीन लघु कथाएं और उपन्यासों को स्क्रीन पर उतारा गया था। यह सीरियल हिन्दी के अलावा अंग्रेजी भाषा में भी बनाया गया था। यह शो 24 सितंबर, 1986 में शुरु किया गया था।
चंद्रकांता
यह सीरियल देवकी नंदन खत्री के उपन्यास 'चंद्रकांता' पर आधारित था। वर्ष 1994 में शुरु किया गया यह शो देखते ही देखते दर्शकों का पसंदीदा सीरियल बन गया। इसमें रहस्यों और रोमांच की अनोखी दुनिया को पेश किया गया था। इसमें शहबाज खान ने राजा विरेंद्र विक्रम सिंह की भूमिका निभाई थी। जबकि अभिनेत्री शिखा स्वरूप राजकुमारी चंद्रकांता के किरदार में दिखी थी। आज भी लोग इस सीरियल को बहुत याद करते हैं।
श्रीमान-श्रीमति
यह सीरियल 90 के दशक बेहतरीन कॉमेडी शो हुआ करता था। इसमें न तो किसी डबल मीनिंग जोक का इस्तेमाल किया जाता था और न ही कोई अभद्र सीन होते थे। इसमें दर्शकों को एक साफ-सुथरी कॉमेडी दिखने के लिए मिलती थी। इसका प्रसारण 1994-1999 तक दूरदर्शन पर किया गया। इसमें जतिन कानाकिया, रीमा लागू, राकेश बेदी और अर्चना पूरन सिंग जैसे सितारों को मुख्य किरदार निभाते हुए देखा गया था।
देख भाई देख
इस शो में एक परिवार की बच्चे से बूढ़े तक की सभी पीढ़ियां साथ एक ही घर में रहती थीं। यह आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी पर आधारित था। इस सीरियल में परिवार के सदस्य कभी आपस में लड़ते, तो कभी मुश्किलें आने पर डटकर उसका सामना करते थे। इस शो से कोई भी आम शख्स खुद को आसानी से जोड़ लेता था। यह शो 6 मई 1993 से 11 अगस्त 1994 तक दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया था।