अरुणाचल प्रदेश: PRC की मांग को लेकर हंगामा जारी, सेना तैनात
अरुणाचल प्रदेश में रविवार को परमानेंट रेजिडेंट सर्टिफिकेट (PRC) के मुद्दे पर हुए हंगामे के बाद सोमवार को भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। रविवार को PRC की मांग को लेकर विरोध हो रहे विवाद ने हिंसक रूप धारण कर लिया और भीड़ ने उपमुख्यमंत्री का घर फूंक दिया था। भीड़ को शांत कराने के लिए पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। आइये जानते हैं क्या है पूरा मामला?
क्या है PRC की मांग?
अरुणाचल में छह समुदाय पिछले काफी समय से सरकार से PRC की मांग कर रहे हैं। यह सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही लोगों को अरुणाचल का निवासी माना जाता है, लेकिन कई दूसरे समुदाय इस मांग का विरोध कर रहे हैं। इसे देखते हुए राज्य की भाजपा सरकार ने फिलहाल इस मुद्दे पर कोई भी कदम उठाने से इनकार कर दिया था। इसकी मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हो चुकी हैं।
क्या है प्रदर्शनकारियों की मांगे
शुक्रवार को पुलिस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई थी। लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और सरकार का विरोध शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री पेमा खांडू का इस्तीफा, हिरासत में लिए गए 40 लोगों की बिना शर्त रिहाई और मुख्य सचिव के ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा सरकार को भंग कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।
केंद्र सरकार ने भेजे अर्धसैनिक बल
शनिवार को भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसमें 24 पुलिसकर्मियों समेत 35 लोग घायल हो गए थे। लगातार बढ़ते विरोध को देखते हुए सरकार ने शनिवार को राजधानी ईटानगर में अनिश्चिकालीन कर्फ्यू लगा दिया था। केंद्र सरकार ने राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के 1000 जवानों को भेजा था। फिलहाल पूरे राज्य में इंटरनेट बंद है और कई जिलों मे धारा 144 लागू कर दी गई है।
रविवार को भड़की हिंसा
पुलिस ने बताया कि प्रदर्शन कर रही भीड़ ने उप-मुख्यमंत्री चोेवना मेन के निजी आवास को आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा कई अधिकारियों के साथ भी मारपीट की गई है। भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्तियों में तोड़ की। पुलिस के मुताबिक, भीड़ ने एक मॉल में तोड़फोड़ की और वहां से सामान लूट लिया। प्रदर्शनकारी हाइवे पर हाथ में पत्थर लेकर खड़े हैं और सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं।
अब कैसे हैं हालात?
राज्य में फिलहाल हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। बिगड़ते हालातों को देखकर राज्य में सेना को तैनात कर दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुख्यमंत्री खांडू इस्तीफा दे सकते हैं और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा के साथ विधानसभा के चुनाव होने हैं।