सरकार का दावा- देश में 24 सैंपल में से केवल एक आता है कोरोना वायरस पॉजीटिव
भारत सरकार ने बताया है केि देश में कोरोना वायरस की जांच के लिए किए गए 24 टेस्ट में से केवल एक पॉजीटिव मिल रहा है। यानी 24 लोगों के सैंपल की जांच के बाद केवल एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हो रही है। सरकार का कहना है कि यह अमेरिका और इंग्लैंड से बेहतर स्थिति है। दूसरी तरफ भारत ने रोजाना किए जाने वाले सैंपल टेस्ट की संख्या बढ़ा दी है। गुरुवार को 30,000 से ज्यादा टेस्ट हुए।
अमेरिका, इंग्लैंड और जापान से बेहतर भारत की स्थिति- सरकार
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर आरआर गंगाखेडकर ने बताया कि जापान में हर 11.7 टेस्ट में से एक की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है। इसी तरह इटली में 6.7 टेस्ट में एक, अमेरिका में 5.3 में से एक और यूनाइटेड किंगडम में 3.4 टेस्ट में से एक की रिपोर्ट पॉजीटिव आ रही है। उन्होंने दोहराया की भारत में पर्याप्त टेस्ट हो रहे हैं और 24 में से 23 लोगों में संक्रमण की पुष्टि नहीं होती।
राहुल गांधी ने सरकार पर लगाए थे कम टेस्ट करने के आरोप
पर्याप्त लोगों के टेस्ट न करने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए गंगाखेडकर ने कहा कि देश में लगभग 350 ऐसे जिले हैं, जहां एक भी मामला सामने नहीं आया है। इसलिए प्रति 10 लाख लोगों के टेस्ट के आधार पर गणना करना गलत है। स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की इस रिपोर्ट को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उन आरोपों का जवाब भी माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार कम लोगों के टेस्ट कर रही है।
देश में रोजाना 42,000 से ज्यादा टेस्ट हो सकते हैं
गंगाखेडकर ने भारत की टेस्टिंग क्षमता कम होने के आरोपों का भी खंडन किया। उन्होंने कहा कि देश में नौ घंटे के भीतर 42,418 टेस्ट किए जा सकते हैं। दो शिफ्ट करने पर यह क्षमता दोगुनी हो जाएगी।
टेस्टिंग रणनीति में बदलाव की संभावना नहीं
फिलहाल भारत में उन सभी लोगों के टेस्ट हो रहे हैं, जिनमें महामारी से संक्रमित होने के लक्षण देखे जा रहे हैं। इसके अलावा संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों, स्वास्थ्यकर्मियों और अस्पतालों में भर्ती सांस लेने में परेशानी के मरीजों का टेस्ट किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि भारत ने लोगों को टेस्ट करने की रणनीति वैज्ञानिक आधार पर तैयार की है और अभी तक यह काम कर रही है।
सरकार के उठाए कदम असर दिखा रहे- अग्रवाल
जब अग्रवाल से इस आरोप के बारे में पूछा गया कि भारत में कम लोगों के टेस्ट हो रहे हैं और इस वजह से संक्रमण के कम मामले सामने आ रहे हैं तो उन्होंने इसे नकार दिया। अग्रवाल ने कहा कि कम मामले सामने आना यह दिखाता है कि संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम काम कर रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि एक भी संक्रमित व्यक्ति बिना टेस्ट के न छूटे।
देश में 13,000 पार पहुंचा संक्रमितों का आंकड़ा
अग्रवाल ने बताया कि भारत में महामारी से मृत्यु दर 3.3 प्रतिशत है जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की बताई गई 3.4 प्रतिशत दर के पास है। वहीं महामारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 12.02 प्रतिशत है। अगर देश के कुल मामलों की बात करें तो शुक्रवार सुबह तक 13,387 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से 11,201 सक्रिय मामले हैं, 437 की मौत हो चुकी है और 1,748 लोग ठीक हो चुके हैं।