हरियाणा: बोरवेल में गिरी पांच वर्षीय बच्ची की मौत, एक सप्ताह में हुई ऐसी दूसरी घटना
क्या है खबर?
हरियाणा के करनाल जिले में बोरवेल में गिरने से एक पांच वर्षीय बच्ची की मौत हो गई।
यह बच्ची रविवार शाम को बोरवेल में गिरी थी। लगभग 16 घंटे तक बोरवेल में फंसे रहने के कारण उसकी मौत हो गई।
पिछले एक सप्ताह में यह ऐसी दूसरी घटना है। इससे पहले 29 अक्टूबर को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में दो वर्षीय मासूम सुजीत विल्सन की बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी।
आइये, यह खबर विस्तार से जानते हैं।
घटना
रविवार शाम बोरवेल में गिरी थी बच्ची
ताजा घटना करनाल जिले के हरसिंहपुरा गांव की है। परिजनों ने बताया कि रविवार शाम बच्ची घर के बाहर खेल रही थी।
शाम को 05:30 बजे वह खेलते-खेलते वह बोरवेल में गिर गई। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और NDRF को सूचित किया गया।
NDRF की टीम ने रविवार रात को ही बच्ची को बोरवेल से निकालने का अभियान शुरू कर दिया था।
ट्विटर पोस्ट
घटनास्थल की तस्वीरें
Haryana: A 5-year-old girl fell into a 50-feet deep borewell, yesterday in Har Singh Pura village in Gharaunda of Karnal. Rescue operations underway. pic.twitter.com/KAUqnd1xPN
— ANI (@ANI) November 4, 2019
बचाव अभियान
10 घंटे तक चला बचाव अभियान
करनाल के SP सुरेंद्र कुमार भौरिया ने बचाव अभियान की जानकारी देते हुए बताया कि बोरवेल में पाइप के मदद से बच्ची को ऑक्सीजन पहुंचाई गई और CCTV की मदद से उसकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी।
लगभग 10 घंटे की मेहनत के बाद बच्ची को बाहर निकालकर करनाल के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
बच्ची कुल 16 घंटे तक बोरवेल में फंसी रही।
जिम्मेदारी
विधायक ने घटना के लिए परिवार को जिम्मेदार बताया
घरौंडा से विधायक हरविंद्र कल्याण ने इस घटना के लिए परिवार को जिम्मेदार बताया है, जिसने बोरवेल को खुला छोड़ा था।
कल्याण ने कहा, "NDRF टीम ने अच्छा काम किया है, जिसने कुछ ही घंटों में बच्ची को बाहर निकाल लिया, लेकिन यह परिवार की लापरवाही को भी दिखाता है। परिवार के लोगों ने बोरवेल पर ध्यान नहीं दिया और इसे खुला छोड़ दिया।"
गौरतलब है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से समय-समय पर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं।
दूसरी घटना
75 घंटे तक चला था सुजीत को बचाने का अभियान
तिरुचिरापल्ली जिले के नंदुकट्टूपट्टी गांव में दो वर्षीय मासूम सुजीत विल्सन बोरवेल में गिर गया था। पहले वह बोरवेल में 20 फीट पर अटका था, लेकिन बाद में गिरकर 80 फीट पर अटक गया। उसे बचाने के लिए 75 घंटे तक अभियान चलाया गया था, लेकिन बचाया नहीं जा सका।
बचाव कार्य में NDRF, पुलिस और विशेषज्ञों समेत 800 लोग लगे हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी और राहुल गांधी समेत कई बड़े लोगों ने सुजीत की सलामती की दुआ की थी।