कल से वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण, रोजाना 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
भारत में 1 अप्रैल से कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ चल रहे वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण शुरू हो जाएगा। इस चरण में 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। यह चरण ऐसे समय शुरू हो रहा है, जब कई राज्य महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। सरकार का कहना है देश में महामारी की हालत बद से बदतर होती जा रही है और यह चिंता का विषय है।
16 जनवरी से शुरू हुआ था वैक्सीनेशन अभियान
भारत में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इस अभियान मेंं भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
1 अप्रैल से क्या बदलेगा?
अभी तक स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मियों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ 45 साल से अधिक उम्र के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी, जो कैंसर, दिल, और किडनी आदि से जुड़ी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। 1 अप्रैल से वो सभी लोग वैक्सीन लगवा सकेंगे, जिनका जन्म 1 जनवरी, 1977 से पहले हुआ है। यानी 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोग वैक्सीनेशन के लिए योग्य हो जाएंगे।
बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है यह चरण
देश में कोरोना महामारी के कारण जितने मरीजों की मौत हुई है, उनमें से लगभग 90 फीसदी की उम्र 45 साल से अधिक थी। इसका मतलब है कि इस उम्र वर्ग के लोगों को महामारी से अधिक खतरा है। ऐसे में उन्हें संक्रमण से सुरक्षा देना जरूरी है। केंद्र ने भी राज्यों से सबसे अधिक प्रभावित जिलों में दो सप्ताह के भीतर 45 साल से अधिक के लोगों को वैक्सीन लगाने को कहा है।
रोजाना 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
अभी भारत में रोजाना लगभग 20 लाख लाभार्थियों को वैक्सीन दी जा रही है। 1 अप्रैल से शुरू होने वाले चरण में इस संख्या को बढ़ाकर 50 लाख करने का लक्ष्य है। इसके लिए कोविन प्लेटफॉर्म को भी अपग्रेड किया जा रहा है। इसे प्रतिदिन एक करोड़ रजिस्ट्रेशन के लिए तैयार किया जा रहा है। साथ ही इसे पहले से सरल बनाया जा रहा है और अब इस पर रजिस्ट्रेशन और लॉग-इन के लिए एक ही OTP काम करेगा।
1 अप्रैल से दिखने लगेंगे प्लेटफॉर्म पर बदलाव
1 अप्रैल से कोविन प्लेटफॉर्म पर 45 साल से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति रजिस्ट्रेशन करा सकेगा। इसी दिन इस पर ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन का विकल्प भी दिया जाएगा। इसके तहत लोग 3 बजे के बाद वैक्सीनेशन केंद्र पर जाकर खुद को रजिस्टर करा सकेंगे।
रजिस्ट्रेशन के लिए बीमारी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं
वैक्सीन की प्रक्रिया से जुड़े कोविन के प्रमुख आरएस शर्मा ने न्यूज18 को बताया कि अगले चरण में 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को गंभीर बीमारियों का सर्टिफिकेट नहीं दिखाना होगा। हालांकि, वैक्सीन लगवाने के लिए उनके पास पहचान पत्र और उम्र का प्रमाण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ा रही है और अब रोजाना 50 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ा जा रहा है।
भारत में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में अब तक 5,39,89,035 लोगों को वैक्सीन की पहली और 90,65,318 लोगों को वैक्सीन की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं। अगर इन्हें जोड़ दिया जाए तो भारत में वैक्सीन की कुल 6,30,54,353 खुराकें दी जा चुकी हैं। बीते दिन 19,40,999 लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, वैक्सीन की खुराक लगाने के मामले में भारत अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ के बाद दुनियाभर में चौथे स्थान पर है।