इंफोसिस और एक्सेंचर अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के कोरोना वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी
लोगों को कोरोना वायरस महामारी से बचाने के लिए सरकार मेगा वैक्सीनेशन अभियान चला रही है। दूसरे चरण की शुरुआत सोमवार से हो गई। इसमें शुरुआत में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इसी बीच प्रमुख सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस (Infosys) और सॉफ्टवेयर कंसल्टिंग फर्म एक्सेंचर (Accenture) ने अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के वैक्सीनेशन का खर्च उठाने की घोषणा की है।
निजी अस्पतालों में वैक्सीन के लिए जा रहे हैं 250 रुपये
बता दें कि सरकार ने वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में निजी अस्पतालों को भी शामिल किया है। सरकारी अस्पतालों में तो वैक्सीन मुफ्त लगाई जा रही है, लेकिन निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने पर लोगों को भुगतान करना होगा। सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 250 रुपये निर्धारित की है। ऐसे में दोनों कंपनियों ने अपने-अपने कर्मचारियों और उनके परिवार वालों पर होने वाले खर्च को वहन करने का निर्णय किया है।
कंपनी उठाएगी वैक्सीनेशन का खर्च- राव
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार इंफोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राव ने कहा कि कंपनी भारत सरकार के निर्देशों और स्वीकृत प्रक्रिया के तहत समय पर अपने कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को वैक्सीन लगाने के लिए हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के साथ भागीदारी करने की संभावना तलाश रही है। उन्होंने कहा कि अपनी स्वास्थ्य और कल्याण प्रतिबद्धता के तहत कंपनी अपने कर्मचारियों और उनके परिजनों के वैक्सीनेशन का पूरा खर्च वहन करेगी।
कर्मचारियों और उनके आश्रितों के वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी कंपनी- एक्सेंचर
इसी तरह सॉफ्टवेयर कंसल्टिंग फर्म एक्सेंचर ने भी कहा है वैक्सीनेशन के लिए कंपनी के वह पात्र कर्मचारी जो वैक्सीन लगवाना चाहते हैं, उनके और उनके आश्रितों के वैक्सीनेशन का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी। यह प्रक्रिया कंपनी के मेडिकल लाभ कार्यक्रम का हिस्सा हैं। कंपनी अपने कर्मचारियों का इस कठिन समय में धैर्य रखने और साथ में काम करने के लिए धन्यवाद करती है। बता दें कि एक्सचेंर के पास भारत में लगभग दो लाख कर्मचारी हैं।
इन कंपनियों ने भी शुरू की तैयारी
बता दें कि इंफोसिस और एक्सेंचर से पहले ऑटो-टू-टेक्नोलॉजी समूह महिंद्रा ग्रुप और कंज्यूमर गुड्स दिग्गज ITC लिमिटेड सहित कई भारतीय कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए जनवरी की शुरुआत में ही कोरोना वायरस वैक्सीन खरीदने पर विचार करना शुरू कर दिया था। हालांकि, अभी अन्य कंपनियों की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन यदि बड़ी कंपनियां ऐसा करती है तो कर्मचारियों को बड़ा लाभ मिलेगा।
भारत में यह है वैक्सीनेशन की स्थिति
बता दें कि भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' के साथ 16 जनवरी से मेगा वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी। शुरुआत में स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को वैक्सीन लगाई गई थी। देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 1,56,20,749 खुराक लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 7,68,730 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। आगामी दिनों में वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या और बढ़ सकती है।