विधानसभा चुनावों को लेकर फेसबुक की कड़ी तैयारी, हटाई जाएगी हेट स्पीच वाली पोस्ट
देश के चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सोशल मीडिया साइट फेसबुक ने कमर कस ली है। वर्तमान दौर में चुनावों में प्रचार के लिए सोशल मीडिया अहम जरिया बन गया है, लेकिन इसके जरिए हेड स्पीच जैसे मामले भी सामने आने लगे हैं। ऐसे में फेसबुक ने चुनाव में नफरत फैलाने के लिए तैयार की गई सभी प्रकार की सामग्रियों की जांच करते हुए उसे तत्काल हटाने का निर्णय किया है।
इन राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में हो रहे हैं चुनाव
अप्रैल में पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव होने हैं। पश्चिम बंगाल और असम में 27 मार्च को पहले चरण का मतदान हो चुका है। ऐसे में बंगाल में सात और चरणों का मतदान 1 अप्रैल, 6, 10, 17, 22, 26 और 29 अप्रैल तथा असम में 1 और 6 अप्रैल को मतदान होना है। इसी तरह केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में 6 अप्रैल को मतदान होगा। सभी राज्यों की मतगणना 2 मई को होगी।
सोशल मीडिया पर जमकर किया जा रहा है प्रचार
बता दें कि चुनावों को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर जमकर प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। इनमें फेसबुक सबसे चर्चित प्लेटफॉर्म है। विभिन्न राजनीतिक दल और नेता ने फेसबुक पर अगल-अलग पेज बनाकर प्रचार से जुड़ी सामग्री अपलोड कर रहे हैं। ऐसे में फेसबुक पर इस समय ट्रैफिक बहुत अधिक बढ़ गया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर चुनावों के दौरान नफरत फैलानी वाली पोस्टें भी डाली जा रही है। इसको लेकर फेसबुक सतर्क हो गई है।
हेट स्पीच से जुड़ी सामग्री का पता लगाने के लिए किया बड़ा निवेश- फेसबुक
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार फेसबुक ने पिछले चुनावों के अनुभवों का हवाला देते हुए इस बार हेट स्पीच और झूठी खबरों को हटाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। कंपनी ने ऐसी सामग्री का पता लगाने के लिए तकनीक में बड़ा निवेश किया है। कंपनी ने कहा कि चुनाव में नफरत फैलाने वाले भाषणों से जुड़े नए शब्दों की पहचान करने के लिए नई तकनीक विकसित की गई है। इस बार ऐसी सामग्री को प्रसारित नहीं होने दिया जाएगा।
फेसबुक ने तथ्यों की जांच करने वाले आठ संगठनों से की साझेदारी
फेसबुक ने कहा है कि चुनाव के दौरान फेक न्यूज और हेट स्पीच सामग्री की तत्काल पहचान के लिए तथ्यों की जांच करने वाले आठ विभिन्न संगठनों से साझेदारी की है। इन संगठनों में शामिल लोग बंगाली, तमिल, मलयालम और असमिया सहित अन्य चुनाव क्षेत्रों की भाषा से संबंधित सामग्रियों की जांच कर उन्हें हेट स्पीच और झूठी खबरों की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद कंपनी तत्काल प्रभाव से उन सामग्रियों को अकाउंट से हटा देगी।
इस तरह की सामग्री पर भी रहेगी नजर
फेसबुक ने कहा कि चुनाव के दौरान पैसे देकर वोट खरीदने या बेचने की पेशकश करने वाली सामग्रियों पर भी पैनी नजर रखी जाएगी। इसी तरह 'मतदान करने पर कोरोना की चपेट में आने का खतरा' वाली सामग्रियों को भी तत्काल हटा दिया जाएगा। कंपनी ने कहा कि भारत में उसके 40 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं। ऐसे में चुनाव के दौरान आचार संहिता सहित अन्य कानूनी नीतियों के उल्लंघन को रोकना उसकी प्रमुख जिम्मेदारी है।
लोगों को मतदान के लिए भी प्रेरित करेगी फेसबुक
फेसबुक ने कहा कि समाज में वह अपनी भूमिका को पहचानती है। ऐसे में वह लोगों को मतदान का महत्व बताते हुए अधिक से अधिक मतदान करने के लिए भी प्रेरित करेगी। इसी तरह मतदाताओं को चुनाव के दौरान सटीक को सच्ची जानकारी उपलब्ध कराएगी।