भारत में शुरू हुआ एक और कोरोना वैक्सीन का ट्रायल, सितंबर तक हो सकती है लॉन्च
कोरोना वायरस महामारी की संभावित दूसरी लहर से जूझ रहे देश के लिए राहत की खबर आई है। वर्तमान में देश में चल रहे वैक्सीनेशन अभियान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' का इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन सितंबर तक भारत को 'कोवावैक्स' के रूप में एक और वैक्सीन मिल सकती है। भारत में इसी सप्ताह इस वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल की शुरुआत भी हो चुकी है।
अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने तैयार की है वैक्सीन
बता दें 'कोवावैक्स' को अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने तैयार किया है। SII ने अगस्त में वैक्सीन के भारत में उत्पादन, ट्रायल और वितरण को लेकर नोवावैक्स से करार किया था। कंपनी ने वैक्सीन का नाम NVX‑CoV2373 दिया है, जबकि भारत में इसे कोवावैक्स के नाम से तैयार किया जा रहा है। इस साझेदारी के तहत SII भारत में वैक्सीन की 200 करोड़ खुराकों का उत्पादन करेगी। इनमें से 100 करोड़ खुराक भारत और कम आय वाले देशों के लिए होगी।
पूनावाला ने ट्वीट कर दी क्लिनिकल ट्रायल शुरू होने की जानकारी
SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने शनिवार को ट्वीट करते हुए कोवावैक्स का क्लिनिकल ट्रायल शुरू होने की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, 'आखिरकार कोवोवैक्स का भारत में क्लिनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। वैक्सीन को नोवावैक्स के साथ हुई साझेदारी के तहत तैयार किया गया है। इसका वायरस के अफ्रीकी और UK स्ट्रेन के खिलाफ परीक्षण किया गया था। जिसमें यह 89.3 प्रतिशत प्रभावी मिली है। इसके सितंबर 2021 तक लॉन्च होने की उम्मीद है।'
पूनावाला ने पहले वैक्सीन के जून में लॉन्च होने की जताई थी संभावना
बता दें कि पूनावाला ने 30 जनवरी को ट्वीट कर कोवावैक्स के जून में लॉन्च होने की संभावना जताई थी, लेकिन क्लिनिकल ट्रायल शुरू होने के कारण यह संभव नहीं हो सका। इसके बाद SII ने भारत के ड्रग रेगुलेटर ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ट्रायल की जल्द अनुमति देने की मांग की थी। पिछले सप्ताह अनुमति मिलने के बाद कंपनी ने इसका क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिया है। ऐसे में इसके लॉन्च होने की उम्मीद बढ़ गई है।
SII की होगी दूसरी वैक्सीन
बता दें कि SII वर्तमान में भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन का कोविशील्ड के नाम से उत्पादन और वितरण कर रही है। ऐसे में यही कोवावैक्स को भी अनुमति मिलती है तो यह उसकी दूसरी वैक्सीन होगी। रिपोर्ट के अनुसार कोवावैक्स के यूनाइटेड किंगडम (UK) में आयोजित तीसरे चरण के ट्रायल में यह 96 प्रतिशत प्रभावित मिली थी, लेकिन UK स्ट्रेन के खिलाफ यह 89.3 प्रतिशत प्रभावी मिली है। यह बड़ी उपलब्धि है।
नोवावैक्स ने तैयार की है प्रोटीन आधारित वैक्सीन
नोवावैक्स ने कोरोना के खिलाफ प्रोटीन आधारित वैक्सीन तैयार की है। वर्तमान में इसका ब्रिटेन में तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। इसमें 18 से 84 साल के कुल 15,000 वॉलेंटियरों को शामिल किया गया है। कंपनी ने पहले कहा था कि ब्रिटेन में चले तीसरे चरण के ट्रायल में वैक्सीन 89.3 प्रतिशत प्रभावी साबित हुई है। बता दें कि इस वैक्सीन को विकसित करने के लिए अमेरिकी सरकार ने 1.6 बिलियन डॉलर की मदद दी थी।
भारत में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 5,81,09,773 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 26,05,333 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अभी वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण चल रहा है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 62,258 नए मामले सामने आए और 291 मरीजों की मौत हुई है। पांच महीनों बाद देश में एक दिन में इतने मरीज मिले हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,19,08,910 हो गई है। इनमें से 1,61,240 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या लगातार बढ़ते हुए 4,52,647 पर पहुंच गई है।