मुंबई: कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद भी संक्रमित हुआ छात्र
देश में सोमवार को कोराना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है। अभियान के तहत बड़ी तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसी बीच चौंकाने वाली खबर आई है कि मुंबई के सायन अस्पताल में कार्यरत MBBS अंतिम वर्ष के छात्र के वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के कुछ दिन बाद कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो गई। इसने चिकित्सा विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया हैं। विशेषज्ञ मामले की जांच में जुटे हैं।
MBBS छात्र ने पिछले सप्ताह लगवाई थी दूसरी खुराक
इंडिया एक्सप्रेस के अनुसार सायन अस्पताल में कार्यरत 21 वर्षीय MBBS छात्र ने जनवरी में कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली थी और पिछले सप्ताह दूसरी खुराक भी लगवा ली थी। दो-तीन दिन बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसके कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण नजर आने लगे। इस पर अस्पताल में उसकी जांच की तो वह संक्रमित पाया गया। इसके बाद गत शनिवार को उसे सेवन हिल्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका उपचार जारी है।
MBBS छात्र के साथियों को किया गया क्वारंटाइन
MBBS छात्र के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसके साथ होस्टल में रहने वाले अन्य साथियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। खास बात यह है कि क्वारंटाइन किए गए सभी MBBS छात्र भी पहले ही कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवा चुके हैं।
सभी लोगों में निर्धारित समय पर नहीं बनती है एंटीबॉडी- एडसुल
मामले में सेवन हिल्स अस्पताल के प्रभारी डॉ बालकृष्ण एडसुल ने कहा, "वैक्सीन लगवाने वाले हर व्यक्ति में एक निर्धारित समय सीमा में एंटीबॉडी विकसित होना संभव नहीं है।" उन्होंने आगे कहा कि छात्र में हल्के लक्षण थे और वह स्थिर था। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनने में 45 दिन तक का समय लग सकता है। छात्र वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के समय ही किसी और से मिलकर संक्रमित हो गया।
वैक्सीन लगवाने के बाद भी सावधानी बरतना जरूरी- जोशी
सायन अस्पताल के प्रभारी डॉ मोहन जोशी ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित होने के कुछ मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि संभवत: संक्रमित मिले छात्र रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने से पहले ही संक्रमित हो गए होंगे। ऐसे में वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को 14 दिन तक आवश्यक सावधानियां बरतनी चाहिए। इसमें लापरवाही बरतने पर वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमित होने का खतरा रहता है।
अंतिम वर्ष की परीक्षा को लेकर बना हुआ है संशय- MBBS छात्र
एक MBBS छात्र ने कहा कि वर्तमान में कई छात्र क्वारंटाइन और आइसोलेशन में हैं। इसी दौरान उनकी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी आयोजित होंगी। अभी तक सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्वारंटाइन और आइसोलशन में रहने वालों को परीक्षा में बैठने की अनुमति होगी या नहीं। डॉ जोशी ने कहा कि अभी तक महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज की तरफ से कोई निर्देश नहीं आए हैं। ऐसे में फिलहाल ऐसे छात्रों को अनुपस्थित ही माना जाएगा।
अब तक 1.43 करोड़ लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 1,43,01,266 खुराक लगाई जा चुकी हैं। दूसरे चरण की तैयारियों के कारण रविवार को किसी को भी वैक्सीन नहीं लगाई गई। इसी तरह दूसरे चरण की सोमवार से शुरुआत हो गई है। इसमें 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और दूसरी गंभीर बीमारियों के 45 साल से अधिक के मरीजों को खुराक लगाई जा रही है। इस चरण में निजी अस्पतालों को भी शामिल किया है।