केरल: दोबारा या वैक्सीन के बाद संक्रमण के 40,000 मामले, नए वेरिएंट के फैलने की आशंका
केरल में अब तक कोरोना वायरस के ब्रेकथ्रू संक्रमण के 40,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और इसने अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है। पहले भी कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगों के दोबारा संक्रमित होने या वैक्सीन लगने के बाद संक्रमित होने के मामलों को ब्रेकथ्रू संक्रमण कहा जाता है। इसके पीछे कोरोना वायरस का नया वेरिएंट भी हो सकता है और इसकी जांच की जा रही है।
देश में आए ब्रेकथ्रू संक्रमण के 1 लाख मामले, 40 प्रतिशत अकेले केरल में
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि भारत में अभी तक ब्रेकथ्रू कोरोना संक्रमण के 1 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 40,000 से अधिक (40 प्रतिशत) अकेले केरल में सामने आए हैं। केरल के नौ जिलों में दोबारा संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अकेले पथानामथिट्टा जिले में पहली खुराक लगवाने के बाद 14,974 लोग और दोनों खुराक लगवाने के बाद 5,042 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
अधिकारियों ने जताई आशंका, उछाल के पीछे हो सकता है नया वेरिएंट
केरल का दौरा करके आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि ब्रेकथ्रू संक्रमण और दोबारा संक्रमण के मामलों में उछाल किसी ऐसे वेरिएंट की वजह से हो सकता है जो इम्युनिटी को चकमा दे रहा है और किसी नए वेरिएंट की मौजूदगी को खारिज नहीं किया जा सकता। क्या ऐसा डेल्टा वेरिएंट के फिर से म्यूटेट होने के कारण हो रहा है, अधिकारी ने कहा कि इसके बिल्कुल नया वेरिएंट होने की आशंका है।
अधिकारियों ने जताई ब्रेकथ्रू मामलों की जिनोम सीक्वेंसिंग की जरूरत
केरल के सैंपलों की जिनोम सीक्वेंसिंग से ये पता लगाया जा सकता है कि क्या राज्य में ऐसा कोई नया वेरिएंट फैल रहा है जो दोनों खुराक लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। हालांकि अभी तक की जिनोम सीक्वेंसिंग में कोई नया वेरिएंट नहीं मिला है। एक सूत्र ने कहा, "क्या नया वेरिएंट फैल रहा है, ये समझने के लिए सभी ब्रेकथ्रू संक्रमणों की जिनोम सीक्वेंसिंग करने की जरूरत है।"
सभी 40,000 ब्रैकथ्रू मामलों की सीक्वेंसिंग करने की तैयारी में स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सभी 40,000 ब्रेकथ्रू सैंपलों की जिनोम सीक्वेंसिंग करना चाहता है और उसने अपने इस फैसले के बारे में केरल सरकार को भी सूचित कर दिया है। 15 अगस्त के बाद एक केंद्रीय टीम भी केरल जा सकती है।
केरल में 1 से 20 अगस्त तक आ सकते हैं 4.6 लाख नए मामले
बता दें कि बीते दिनों भी एक छह सदस्यीय केंद्रीय टीम स्थिति का जायजा लेने के लिए केरल आई थी। इस टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में 1 अगस्त से 20 अगस्त के बीच 4.6 लाख नए मामले सामने आ सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, केरल में संक्रमण दर (R वैल्यू) लगातार बढ़ती जा रही है और यह 1 जून को 0.8 के स्तर से बढ़कर अभी 1.2 हो गई है।
केरल में अभी क्या है महामारी की स्थिति?
पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से केरल में देश में सबसे अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। पिछले एक हफ्ते से तो यहां रोजाना औसतन 20,000 से अधिक नए मामले आ रहे हैं जो राष्ट्रीय मामलों के लगभग 50 प्रतिशत हैं। राज्य की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट भी 10 प्रतिशत से अधिक बनी हुई है। केरल में अभी तक कुल 35,86,693 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है और 18,004 लोगों की मौत हुई है।