
कोरोना से जल्द ठीक हो जाते हैं अधिकतर बच्चे, लंबे समय तक नहीं रहते लक्षण- अध्ययन
क्या है खबर?
अधिकतर बच्चों में कोरोना वायरस के संक्रमण छह दिनों में ठीक हो जाते हैं और ऐसे बच्चों की संख्या कम (करीब 4 प्रतिशत) होती है, जिनमें चार हफ्तों के बाद भी लक्षण नजर आते हैं।
द लैंसेट चाइल्ड एंड एडलसेंट हेल्थ जर्नल में छपे एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
यूनाइटेड किंगडम (UK) में पांच से 17 साल की उम्र के करीब 2.5 लाख बच्चों के आंकड़ों से यह अध्ययन किया गया था।
बयान
शोधकर्ताओं का क्या कहना है?
लंदन के किंग्स कॉलेज की प्रोफेसर और अध्ययन का नेतृत्व करने वालीं एम्मा डंकन ने कहा कि लंबे समय तक कोरोना के लक्षण दिखाने वाले बच्चों की संख्या की बहुत कम है। हालांकि, कुछ बच्चों में बीमारी लंबे समय तक रहती है।
शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए ZOE COVID स्टडी मोबाइल ऐप से इकट्ठा किए गए आंकड़ों का अध्ययन किया और पिछले साल सितंबर से लेकर इस साल फरवरी के बीच के आंकड़ों पर खास ध्यान दिया।
कोरोना संक्रमण
गंभीर रूप से बीमार नहीं होते बच्चे- अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि बच्चों के संक्रमित होने से ठीक होने तक उनमें नियमित तौर पर लक्षण देखे जाते रहे। अधिकतर बच्चे केवल छह दिनों तक बीमार रहे और उनमें तीन लक्षण नजर आए। इससे पता चलता है कि बच्चों में संक्रमण की गंभीरता हल्की रहती है और वो जल्दी ठीक हो जाते हैं।
सरदर्द और थकान बच्चों में नजर आने वाले प्रमुख लक्षण होते हैं। इनके अलावा गले में खराब और गंध महसूस न होना दूसरे लक्षण थे।
बच्चों में कोरोना संक्रमण
चार हफ्तों बाद कम हो जाते हैं लक्षण
शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए जिन 1,734 बच्चों को चुना, उनमें से केवल 77 में चार हफ्तों के बाद भी लक्षण देखे गए थे। हालांकि, इनमें चार हफ्तों बाद संक्रमण के केवल दो लक्षण नजर आए। वहीं 50 में से एक बच्चे में आठ हफ्तों तक संक्रमण का कोई न कोई लक्षण रहा।
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। यह अध्ययन उन चिंताओं को कम करने में मदद करेगा।
कोरोना संकट
भारत सरकार भी कह चुकी है ऐसी बात
बीते महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा था कि भारत या वैश्विक स्तर पर ऐसे कोई सबूत नहीं हैं, जिनके आधार पर यह बात कही जा सके कि कोरोना बच्चों को ज्यादा चपेट में ले रहा है, डेल्टा वेरिएंट के मामले में भी यही बात है।
उन्होंने कहा कि अगर बच्चे संक्रमित होते हैं तो वो गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ते।
हालांकि, ऐहतियात के तौर पर सरकारें बच्चों के लिए विशेष इंतजाम करने में लगी हुई है।
कोरोना वायरस
दुनियाभर में महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 19.95 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 42.44 लाख लोगों की मौत हुई है।
सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 3.52 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 6.14 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।
वहीं तीसरे सबसे अधिक प्रभावित देश ब्राजील में 1.99 करोड़ संक्रमितों में से 5.58 लाख मरीजों की मौत हुई है।