कोरोना: तीसरी लहर की अशंका के बीच ICMR की राज्यों को प्रोटोकॉल लागू करने की सलाह
देश में वर्तमान में भले ही कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है, लेकिन आगामी त्योहारी सीजन में मामलों के फिर से बढ़ने और तीसरी लहर के आने का खतरा बना हुआ है। इसको देखते हुए भारतीय चिकित्सा अनुसांधन परिषद (ICMR) ने सभी राज्यों को तीसरी लहर से बचने के लिए अभी से यात्रियों के लिए पाबंदियों को फिर से लागू करने और वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के साथ RT-PCR टेस्ट को अनिवार्य करने की सलाह दी है।
ICMR ने दी समय से पहले तीसरी लहर आने की चेतावनी
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, ICMR ने कहा कि त्योहारी सीजन में कोरोना महामारी की तीसरी लहर चरम पर पहुंच सकती है और यह पहले के अनुमान से दो सप्ताह पहले आ सकती है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वोत्तर में पर्यटकों के हॉटस्पॉट वाले राज्यों को महामारी पर नियंत्रण के लिए यात्रियों के लिए आवश्यक पाबंदियों को लागू करें। इसके अलावा राज्यों को वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के साथ RT-PCR टेस्ट को भी अनिवार्य किया जाना चाहिए।
पर्यटन स्थलों पर है सबसे अधिक खतरा- ICMR
ICMR ने कहा कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और असम जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की ओर पर्यटकों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में इन राज्यों में संक्रमण के बढ़ने का सबसे ज्यादा खतरा है। ICMR ने कहा कि भले ही घरेलू यात्रा के प्रतिबंधों पर राष्ट्रीय दिशानिर्देश नहीं है, लेकिन पर्यटन स्थल वाले राज्य अपने स्तर पर प्रोटोकॉल लागू कर स्थिति को बिगड़ने से रोक सकते हैं। ऐसे में राज्यों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
ICMR ने दी भीड़ के कारण संक्रमण फैलने की चेतावनी
ICMR ने कहा कि भविष्य में महामारी के गणितीय मॉडल को देखा जाए तो आने वाले पर्यटकों या सामाजिक, राजनीतिक या धार्मिक कारणों से सामूहिक भीड़ के कारण जनसंख्या घनत्व में अचानक वृद्धि तीसरी लहर का कारण बन सकती है। ऐसे में पर्यटन स्थल वाले राज्यों के वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र और RT-PCR निगेटिव रिपोर्ट को अनिवार्य करने से तेजी से बढ़ती भीड़ पर नियंत्रण किया जा सकता है और तीसरी लहर के खतरे को भी कम करेगी।
ICMR ने लोगों को दी जिम्मेदारी दिखाने की सलाह
ICMR ने कहा कि डॉ बलराम भार्गव और डॉ समीरन पांडा द्वारा तैयार की गई सिफारिशों को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ट्रैवल मेडिसिन में भी प्रकाशित किया गया था। ऐसे में लोगों को लापरवाही की जगह जिम्मेदारी से यात्रा करनी चाहिए।
पूरी आबादी को जल्द वैक्सीन लगाना है बड़ी चुनौती- ICMR
ICMR ने कहा कि वर्तमान में अन्य देशों ने वैक्सीन पासपोर्ट लागू कर लोगों की अंतरराष्ट्रीय यात्राओं को सीमित कर दिया है। ऐसे में लोग घरेलू पर्यटन स्थलों की ओर भाग रहे हैं। इसी तरह भारत के दूसरा सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश होने के बाद भी पूरी आबादी को वैक्सीन नहीं लगी है। यह एक बड़ी चुनौती है। अब तक वैक्सीन की 91 करोड़ खुराकें लगाई जा चुकी है, लेकिन महज 20 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लगी हैं।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में रविवार को संक्रमण के 20,799 नए मामले सामने आए और 180 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,38,34,702 हो गई है। इनमें से 4,48,997 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 2,64,458 रह गई है, जो कुल मामलों का महज 0.78 प्रतिशत हिस्सा है। वर्तमान में देश की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 2.10 प्रतिशत है। पिछले 35 दिनों से यह तीन प्रतिशत से नीचे ही है।