उत्तर प्रदेश में पिछले साल शादी का झांसा देकर हुए 57 प्रतिशत दुष्कर्म- NCRB डाटा
क्या है खबर?
देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। चौंकाने वाले बात यह है कि दुष्कर्म के अधिकतर मामलों में पीड़िता को शादी का झांसा देकर वारदात करने की बात सामने आई है।
साल 2019 में उत्तर प्रदेश में काफी संख्या में इस तरह के अपराध हुए हैं। वहां दुष्कर्म के कुल मामलों में से 57 प्रतिशत शादी का झांसा देकर ही किए गए थे। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा जारी आंकड़ों में इसका खुलासा हुआ है।
जानकारी
उत्तर प्रदेश में पिछले साल प्रतिदिन हुए आठ दुष्कर्म
NCRB के आंकड़ों के अनुसार साल 2019 में उत्तर प्रदेश में दुष्कर्म के कुल 3,065 मामले दर्ज किए गए थे। इनमें से 18 प्रतिशत यानी 551 मामले दलित महिलाओं के खिलाफ थे। इस हिसाब से राज्य में प्रतिदिन आठ महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुई थी।
स्थिति
शादी का वादा कर किए गए 57 प्रतिशत दुष्कर्म- पांडे
उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) आशुतोष पांडे ने बताया कि NCRB के आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि राज्य में हुए कुल दुष्कर्म के मामलों में से 37 प्रतिशत में पीड़िताओं ने आरोपियों की पहचान की है, जबकि छह प्रतिशत मामलों में आरोपी अज्ञात रहे हैं।
इसके उलट 57 प्रतिशत मामलों में आरोपी पीड़िताओं के परिचित निकले हैं और उन्होंने शादी का झूठा वादा कर वारदातों को अंजाम दिया है।
अपील
ADG ने परिचित आरोपियों के खिलाफ शिकायत करने की अपील
TOI के अनुसार ADG पांडे ने कहा कि यदि कोई परिचित दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध करता है तो पीड़िताओं को चुप्पी साधने की जगह उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इससे आरोपियों को सजा दिलाने में मदद मिलेगी और समाज में संदेश भी पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनकी सुरक्षा के लिए बने नियम और कानूनों के बारे में भी जागरूक किया जाना चाहिए। राज्य सरकार 'मिशन शक्ति' के तहत ऐसा ही जागरुकता कार्यक्रम चला रही है।
सजा
उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आरोपियों को मिली है सजा- पांडे
ADG पांडे ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले सबसे ज्यादा आरोपियों को उत्तर प्रदेश में ही सजा मिली है।
उन्होंने कहा कि मामलों के निस्तारण में अभियोजन पक्ष के बेहतरीन प्रायासों की बदौलत आरोपियों को जल्द ही न्यायालयों में दोषी ठहरा दिया जाता है।
यही कारण है कि पिछले साल उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 55 प्रतिशत आरोपियों को सजा मिली है। उसके बाद उत्तराखंड (50 प्रतिशत) और राजस्थान (45.5 प्रतिशत) का नंबर आता है।
आजीवन कारावास
पिछले 24 घंटे में 11 आरोपियों को मिली आजीवन कारावास की सजा- पांडे
ADG पांडे ने कहा कि राज्य में अभियोजन पक्ष की त्वरित कार्रवाई का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले 24 घंटे में 11 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है।
इनमें संभल में 17 बाद चाकु गोदकर अपनी मां की हत्या करने वाला आरोपी आकाश भी शामिल है।
इसी तरह अमरोहा में डकैती के दौरान बच्चे की हत्या करने वाले आरोपी गजेंद्र सैनी, मुर्शिद और तीन अन्य को भी सजा मिली है।
जानकारी
महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले छह आरोपियों को दस साल की सजा
ADG पांडे ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले छह आरोपियों को दस साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है। इसी तरह महिला अपराध के 86 मामलों के कुल 90 आरोपियों की जमानत याचिकाएं खारिज हुई है।
आंकड़े
महिलाओं के खिलाफ अपराधों में हुई 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की ओर से गत 30 सितंबर को जारी किए गए साल 2019 के आपराधिक आंकड़ों के अनुसार देश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
साल 2018 में देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,78,236 मामले दर्ज हुए थे, जो 2019 में बढ़कर 4,05,861 पहुंच गए। साल 2019 में दुष्कर्म के कुल 32,033 मामले दर्ज हुए हैं। यानी देश में प्रतिदिन 87 दुष्कर्म हुए थे।