दिल्ली: हाथरस गैंगरेप पीड़िता को न्याय की मांग लेकर जंतर-मंतर पर जुटी प्रदर्शनकारियों की भीड़
हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। आम आदमी से लेकर विभिन्न धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक संगठन पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर पीड़िता के गांव में प्रवेश नहीं देने को लेकर पुलिस की कड़ी आलोचना हो रही है। इस कड़ी में शुक्रवार शाम को सैंकड़ों की संख्या में लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध पर्दशन के लिए जमा हो गए।
गैंगरेप के बाद हुई दलित युवती की मौत
चंदपा थानान्तर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती से गांव के ही उच्च जाति के चार युवकों ने गत 14 सितंबर को गैंगरेप किया था। हमले में पीड़िता की कमर और गले की हड्डी टूट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को जबरन घर में बंद कर आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले की दिल्ली के निर्भया केस से तुलना की जा रही है।
विभिन्न राजनीतिक और सामजिक संगठनों ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन
घटना को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने रैली का आह्वान किया था। इसमें सैंकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और शाम को जंतर-मंतर पर एकत्रित हुए। इसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए। इसी तरह कम्यूनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPM) महासचिव सीताराम येचुरी और CPI नेता डी राजा भी विरोध में शामिल हुए। इस दौरान येचुरी ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए।"
हाथरस मामले के दोषियों को मिले फांसी की सजा- केजरीवाल
विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "हम इस दुख की घड़ी में यहां इकट्ठे हुए हैं, ईश्वर से कामना है कि वह हमारी बेटी की आत्मा को शांति दें।" उन्होंने आगे कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार से हाथ जोड़कर विनती है कि हाथरस मामले में जो दोषी हैं, उन लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाए, उनको जल्द से जल्द फांसी दिलवाई जाए। इतनी कठोर सजा मिलनी चाहिए कि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत ना कर सके।"
भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने भी किया प्रदर्शन
घटना को लेकर भीम आर्मी के सैंकड़ों कार्यकर्ता भी शाम को जंतर-मंतर पर जमा हो गए। इसमें भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने कहा, "एक तानाशाह की तरह पुलिस ने पूरे इंडिया गेट को बंद कर दिया, लेकिन हम न्याय की मांग को कमजोर नहीं होने देंगे। मोदीजी को जवाब देना होगा।" बता दें कि भीम आर्मी ने पीड़िता की मौत के बाद सफदरजंग अस्पताल के गेट नंबर पांच पर भी विरोध प्रदर्शन किया था।
भीम आर्मी प्रमुख ने ट्वीट कर साधा था प्रधानमंत्री पर निशाना
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने वीडियो पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी को युवती के बलात्कार पर चुप्पी तोड़ने की जरूरत है। चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ने दलितों के पैर धोए थे, लेकिन उत्तर प्रदेश की एक दलित बेटी के साथ क्रूरता से बलात्कार किया गया।"
दिल्ली पुलिस के इंडिया गेट क्षेत्र में धारा-144 लगाने के कारण जंतर-मंतर पर जुटी भीड़
मामले में विभिन्न संगठनों द्वारा दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के आह्वान को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इंडिया गेट क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी थी। हालांकि, सक्षम अधिकारी की अनुमति के बाद जंतर-मंतर पर 100 लोग जमा होने की छूट दी गई थी। इसके बाद सभी संगठनों ने अपना रैली स्थल बदल कर जंतर-मंतर कर दिया। यही कारण है कि शाम तक जंतर-मंतर पर भारी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गए। पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
वाल्मीकि मंदिर पर आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुई प्रियंका गांधी
पीड़िता के परिवार से मिलने से रोके जाने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर का रुख कर लिया। वह यहां आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुई और पीड़िता को न्याय दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा, "पीड़ित परिवार को सरकार की कोई मदद नहीं मिली। हम सरकार पर राजनीतिक दबाव डालेंगे। हम अपनी बहन को न्याय दिलवाएंगे और जब तक उसे इंसाफ नहीं मिलेगा तब तक हम शांत नहीं बैठेंगे।"