बदलापुर मामले के बाद महाराष्ट्र सरकार का फैसला, स्कूलों में विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में ठाणे के बदलापुर स्थित स्कूल में 2 बच्चियों के यौन शोषण के बाद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को आदेश दिया गया है कि वे 6 साल तक के बच्चों की देखभाल के लिए महिला सहायक कर्मचारियों को ही प्राथमिकता दें।
साथ ही स्कूलों को अपने परिसर और आसपास CCTV कैमरे लगाने होंगे।
दिशानिर्देश
कर्मचारियों के पृष्ठभूमि की करनी होगी गहन जांच
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी दिशानिर्देशों में कहा गया है कि जिन स्कूलों में अभी तक CCTV कैमरे नहीं लगे हैं, वह तुरंत इसे लगाए।
साथ ही प्रधानाचार्य और प्रबंधन समिति को नियमित तौर पर फुटेज की निगरानी करने और हफ्ते में 3 दिन फुटेज की समीक्षा करने को कहा गया है।
इसके अलावा स्कूल में गैर-शिक्षण कर्मचारी जैसे- सुरक्षा गार्ड, ड्राइवर, सफाई कर्मचारी की पृष्ठभूमि की गहन जांच और चरित्र सत्यापन को कहा गया है।
आदेश
रद्द हो सकती है स्कूलों की मान्यता
स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक शिकायत पेटी रखनी होगी, जिसकी निगरानी प्रधानाचार्य को करनी होगी और इसका प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करना होगा।
छात्रों से जुड़ी घटनाओं की जानकारी 24 घंटे में शिक्षा अधिकारियं को देनी होगी। सभी दिशानिर्देशों का पालन न करने पर स्कूल की मान्यता रद्द हो सकती है।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य स्तरीय छात्र सुरक्षा समिति गठित करने को कहा है, जो सुरक्षा मामलों से निपटेगी और सरकार को नियमित रिपोर्ट करेगी।
जानकारी
क्या है बदलापुर का यौन शोषण मामला?
बदलापुर में 13 अगस्त को आदर्श विद्यालय में नर्सरी कक्षा की 3 और 4 वर्षीय छात्राओं के साथ स्कूल के सफाईकर्मी ने यौन शोषण किया था। इसको लेकर पूरे शहर में प्रदर्शन शुरू हो गए और तोड़फोड़ हुई। आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।