
चेहरा देखकर अनलॉक होंगे स्मार्ट डिवाइस, इंटेल लाई रियलसेंस ID
क्या है खबर?
इंटेल की ओर से नई फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी खास स्मार्ट डिवाइसेज के लिए लाई गई है और इसका नाम रियलसेंस ID रखा गया है।
इस टेक्नोलॉजी के साथ स्मार्ट डिवाइसेज यूजर्स का चेहरा देखकर अनलॉक हो जाएंगे।
इंटेल का फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम यूजर की पहचान के लिए एक डेप्थ सेंसर और न्यूरल नेटवर्क का इस्तेमाल करेगा।
यह टेक्नोलॉजी काफी हद तक ऐपल की फेस ID की तरह काम करेगी।
आइए, इसके बारे में ज्यादा जानते हैं।
काम
किन डिवाइसेज के साथ काम करेगी रियलसेंस ID?
रियलसेंस ID के साथ आसानी से यूजर्स की सुरक्षित और सही पहचान की जा सकेगी।
इंटेल की फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी से स्मार्ट लॉक्स, ऐक्सेस कंट्रोल, पॉइंट-ऑफ-सेल सिस्टम और ATM जैसे डिवाइसेज अनलॉक हो जाएंगे।
इंटेल की टेक्नोलॉजी एक ऐक्टिव डेप्थ सेंसर के अलावा डेडिकेटेड सिस्टम-ऑन-चिप, न्यूरल नेटवर्क और सिक्योर एलिमेंट का इस्तेमाल करती है, जिसके साथ डाटा डिवाइस में ही इनक्रिप्ट होता है।
ऐपल भी ऐसे चिप का इस्तेमाल यूजर्स का डाटा आईफोन में सेव करने के लिए करती है।
इस्तेमाल
कैसे काम करेगी इंटेल की रियलसेंस ID?
कंपनी का कहना है कि रियलसेंस ID का इस्तेमाल बहुत आसान होगा और अपना चेहरा रजिस्टर करने के लिए यूजर्स को ज्यादा काम नहीं करना होगा।
अच्छी बात यह है कि रियलसेंस ID सिस्टम यूजर का चेहरा रजिस्टर करने के बाद उसमें होने वाले छोटे-मोटे बदलावों से प्रभावित नहीं होगा।
इस तरह अगर यूजर चश्मा लगा लेता है, या उसकी दाढ़ी बढ़ जाती है, तब भी रियलसेंस ID के साथ डिवाइस अनलॉक किए जा सकेंगे।
सुरक्षा
कितनी भरोसेमंद है रियलसेंस ID?
यूजर्स का फेशियल रिकॉग्निशन पूरी तरह सुरक्षित रहे और इस सिस्टम को धोखा ना दिया जा सके, इसके लिए रियलसेंस ID में एक एंटी-स्पूफिंग फीचर मिलता है।
इस टेक्नोलॉजी को फेक फोटोग्राफ, वीडियो या मास्क की मदद से धोखा नहीं दिया जा सकता।
कंपनी का कहना है कि इसका फास्ट एक्सेप्टेंस रेट वन-इन-1-मिलियन है। इसका मतलब है कि 10 लाख में से केवल एक बार इसके गलत होने की गुंजाइश है, जो ना के बराबर है।
टक्कर
ऐपल की फेस ID से होगी टक्कर
ऐपल अपने आईफोन्स में फेस ID की मदद से लॉग-इन करने का विकल्प यूजर्स को देती है और इसके सुरक्षित होने को लेकर बड़े दावे कर चुकी है।
इंटेल रियलसेंस ID ऐपल को सीधी टक्कर दे सकती है क्योंकि नई रियलसेंस ID का इस्तेमाल अलग-अलग तरह के डिवाइसेज में किया जा सकेगा।
हालांकि, इंटेल की रियलसेंस ID बाद में लैपटॉप्स, पर्सनल कंप्यूटर या फिर स्मार्टफोन्स का हिस्सा बनेगी या नहीं, इसपर कंपनी ने कुछ नहीं कहा है।