महाराष्ट्र: बदलापुर में यौन शोषण का मामला क्या है, जिसको लेकर विरोध पर उतरे लोग?
महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर में स्कूल में नर्सरी की दो छात्राओं के साथ हुए यौन शोषण के मामले में मंगलवार को विरोध की आग भड़क गई। मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग को लेकर गुस्साए लोगों ने स्कूल पर हमला बोलकर तोड़फोड़ कर दी और पथराव भी किया। हालांकि, सूचना पर पहुंची पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ दिया। इलाके में तनाव बना हुआ है। आइए इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है नाबालिगों के यौन शोषण का मामला?
रिपोर्ट के अनुसार, 13 अगस्त को आदर्श विद्यालय में नर्सरी कक्षा की 3 ओर 4 वर्षीय छात्राओं के साथ स्कूल के सफाईकर्मी ने यौन शोषण कर दिया था। घटना के बाद दोनों बालिकाओं ने डर के चलते स्कूल जाने से इनकार कर दिया। परिजनों के जोर देकर पूछने पर बालिकाओं ने पूरी घटना बता दी। इसके बाद परिजन जब परिजन थाने पहुंचे तो पुलिस ने FIR दर्ज करने में परिजनों को 12 घंटे इंतजार करा दिया, इससे ग्रामीण भड़क गए।
पुलिस ने 17 अगस्त को किया आरोपी को गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि 16 अगस्त को परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर 17 अगस्त को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद जब पुलिस स्कूल के CCTV की जांच करने पहुंची तो स्कूल प्रशासन ने उनके काम नहीं करने की जानकारी दी। इस पर ग्रामीण भड़क गए और उन्हें स्कूल प्रशासन पर आरोपी को बचाने का शक हो गया। ग्रामीणों ने 19 अगस्त को बैठक कर 20 अगस्त को 'बदलापुर बंद' का आह्वान कर दिया।
शिक्षा विभाग ने की कार्रवाई
इस मामले में शिक्षा विभाग ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए प्रधानाचार्य, एक शिखक और एक महिला अटेंडेंट को निलंबित कर दिया। शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि मामले में तत्काल कार्रवाई न करने को लेकर स्कूल को नोटिस जारी किया है। इसके अलावा प्रधानाचार्य सहित 3 को निलंबित कर दिया। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया है कि इस मामले में POCSO अधिनियम में मामला दर्ज किया गया है और इसकी सुनवाई भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी।
ग्रामीणों ने स्कूल में तोड़फोड़ कर रेलवे स्टेशन का घेराव किया
बंद के आह्वान पर ग्रामीण सुबह 8 बजे स्कूल पहुंच गए और उन्होंने वहां जमकर तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने रेलवे स्टेशन को घेर लिया और पटरियों पर बैठ गए। इस दौरान लोकल ट्रेन की सेंट्रल लाइन पर सेवाएं बाधित हो गईं। पुलिस ने जब ग्रामीणों को हटाने का प्रयास किया तो उन्होंने पथराव कर दिया। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर और हल्का बल प्रयोग कर ग्रामीणों को खदेड़ा।
मौके पर तैनात किया गया भारी पुलिस बल
ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे स्टेशन और शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी प्रदर्शन में शामिल लोगों से बातचीत कर शांति बनाए रखने और सरकारी संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने दिया दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज करने का आदेश
लोगों के विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे के पुलिस आयुक्त से बात कर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास और POCSO अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने और जांच में तेजी लाने का आदेश दिया है। इसी तरह उन्होंने मामले के त्वरित निपटान के लिए एक विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने और स्कूल प्रबंधन की किसी भी प्रकार की अनदेखी सामने आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया है।
उपमुख्यमंत्री ने दिए SIT के गठन का आदेश
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) के गठन का आदेश दिया है। उन्होंने इस SIT की अध्यक्षता वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आरती सिंह को सौंपी है। इसी तरह उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त को भी आज ही मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। हालांकि, ग्रामीणों में अभी भी गुस्सा है।
3 पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया
मामले की गंभीरता को देखते हुए ठाणे पुलिस आयुक्त ने मामला दर्ज करने में देरी करने के आरोपी में 3 पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
NCPCR ने भी लिया मामले पर संज्ञान
इधर, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने भी मामले पर संज्ञान लिया है। आयोग ने एक्स पर लिखा, 'बदलापुर में स्कूल में 4 साल की बच्ची के साथ यौन शोषण का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। प्रकरण में स्थानीय पुलिस द्वारा पीड़ित के अभिभावकों को FIR दर्ज करने के लिए 12 घंटों तक इंतजार करने का मामला भी सामने आया है। NCPCR ने घटना का संज्ञान लेते हुए जांच के लिए टीम भेजने का निर्णय लिया है।'