LOADING...
कौन हैं भारतीय मूल की कृषांगी मेश्राम, जो बनीं ब्रिटेन की सबसे युवा सॉलिसिटर?
भारतीय मूल की कृषांगी मेश्राम बनीं ब्रिटेन की सबसे युवा सॉलिसिटर

कौन हैं भारतीय मूल की कृषांगी मेश्राम, जो बनीं ब्रिटेन की सबसे युवा सॉलिसिटर?

Aug 18, 2025
05:45 pm

क्या है खबर?

भारतीय मूल की विधि स्नातक कृषांगी मेश्राम ने भारत का नाम गर्व से ऊंचा किया है। वह हाल ही में इंग्लैंड और वेल्स की सबसे कम उम्र की सॉलीसिटर बनी हैं। वह अभी केवल 21 साल की हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने लॉ सोसाइटी गजट के 1 अगस्त संस्करण में भी जगह हासिल की है। उन्होंने अपनी ओपन यूनिवर्सिटी को इस सफलता का श्रेय दिया है। आइए जानते हैं कृषांगी मेश्राम कौन हैं और उनका भारत के क्या ताल्लुक है।

जानकारी

क्या होता है सॉलीसिटर?

बता दें कि सॉलिसिटर ऐसा वकील (कानूनी पेशेवर) होता है जो कानून के विभिन्न क्षेत्रों पर विशेषज्ञ कानूनी सलाह देता है। वह अपने पक्षकार लोगों के कानूनी हित का प्रतिनिधित्व करने और बचाव करने के लिए जिम्मेदार होता है।

श्रेय

कृषांगी ने अपनी यूनिवर्सिटी को दिया सफलता का श्रेय

कृषांगी ने अपनी इस सफलता का श्रेय मिल्टन कीन्स की ओपन यूनिवर्सिटी को दिया है। उन्होंने कहा, "मैं ओपन यूनिवर्सिटी की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे केवल 15 साल की उम्र में LLB की पढ़ाई शुरू करने का मौका दिया। अपनी पढ़ाई के दौरान ही मैंने न सिर्फ अपने कानूनी करियर की अकादमिक नींव रखी, बल्कि इसके साथ कानून के प्रति एक गहरा और स्थायी जुनून भी पाया। यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है।"

परिचय

कौन हैं कृषांगी मेश्राम?

कृषांगी मेश्राम का जन्म साल 1994 में पश्चिम बंगाल में हुआ था और उनका पालन-पोषण राज्य के इस्कॉन मायापुर समुदाय में हुआ था। वह वर्तमान में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में रह रही हैं। कृषांगी की कानूनी यात्रा तब शुरू हुई जब वह मात्र 15 साल की थीं। उन्होंने 2009 में मायापुर में अपनी माध्यमिक शिक्षा पूरी करने के बाद ब्रिटेन के मिल्टन कीन्स में स्थित ओपन यूनिवर्सिटी (OU) में कानून की डिग्री के लिए दाखिला लिया था।

डिग्री

कृषांगी ने 2012 में हासिल की LLB स्नातक की डिग्री

कृषांगी ने साल 2012 में प्रथम श्रेणी ऑनर्स LLB में स्नातक की डिग्री हासिल कर ली थी। वह ऐसा करने वाली OU की सबसे कम उम्र की छात्रा बनी थीं। उसके बाद उन्होंने कानून में मास्टर डिग्री भी प्राप्त कर ली। साल 2022 में उन्हें एक अंतरराष्ट्रीय विधि फर्म में नौकरी भी मिल गई। उन्होंने हाल ही में सॉलिसिटर्स योग्यता परीक्षा (SQE) पार कर आधिकारिक तौर पर सॉलिसिटर के रूप में अपना करियर शुरू कर दिया है।

अनुभव

कृषांगी ने हार्वर्ड ऑनलाइन में वैश्विक कार्यक्रमों में भी भाग लिया

कृषांगी ने हार्वर्ड ऑनलाइन में वैश्विक कार्यक्रमों में भाग लिया और सिंगापुर में काम करते हुए पेशेवर अनुभव प्राप्त किया है। वह वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम (UK) और UAE में कानूनी अवसरों की तलाश कर रही हैं। उनकी कानूनी रुचि के क्षेत्रों में फिटनेट, ब्लॉटेन, AI और वसीयत और प्रोबेट जैसी निजी ग्राहक सेवाएं शामिल हैं। वह व्यवसायों और निजी मुवक्किल के लिए अपनी कानूनी सेवाओं में विशेषज्ञता हासिल करना बड़ी फर्मों के साथ काम करना चाहती हैं।

बयान

अपनी सफलता को लेकर क्या बोली कृषांगी?

कृषांगी ने TOI से कहा, "लचीलेपन के साथ पढ़ाई करने से मुझे न सिर्फ अकादमिक आजादी मिली, बल्कि अनुशासन, एकाग्रता और संगठन भी सीखने को मिला। इन कौशलों ने मुझे एक अंतरराष्ट्रीय लॉ फर्म में नौकरी दिलाने में मदद की, जहां मैं अब व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर रही हैं।" उन्होंने आगे कहा, "दूरस्थ शिक्षा से मुझे अपनी पढ़ाई, यात्रा और पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाने में बहुत ज्यादा मदद मिली है।"

करियर

करियर के चुनाव पर क्या बोली कृषांगी?

अपने करियर के चुनाव पर कृषांगी ने कहा, "मैं एक ऐसी डिग्री चाहती थीं जो हस्तांतरणीय ज्ञान का व्यापक स्रोत हो। OU ने मुझे आत्म-अनुशासन से लेकर संगठन तक और मूल्यवान कौशल भी दिया।" उन्होंने कहा, "स्नातक होने के बाद से मैं पूर्णकालिक रूप से काम कर रही हूं और अब एक योग्य वकील बनने के लिए आवश्यक योग्यताएं पूरी कर रही हूं। वर्तमान में मैं इंग्लैंड की सबसे युवा वकील हूं और ये मेरे लिए बड़ी सफलता है।"